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विचारपुर के फुटबॉल खिलाडिय़ों ने देश-दुनिया में बनाई अपनी पहचान

मिनी ब्राजील के फुटबॉल खिलाड़ी युवाओं के लिए बन रहे प्रेरणास्रोत

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मिनी ब्राजील के फुटबॉल खिलाड़ी युवाओं के लिए बन रहे प्रेरणास्रोत
शहडोल. जिले का ग्राम विचारपुर जो अब मिनी ब्राजील के नाम से जाना जाता है, यहां के युवाओं ने देश के साथ ही दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई है। ग्राम विचारपुर की मिनी ब्राजील फुटबॉल टीम के खिलाडिय़ों में फुटबॉल के प्रति जुनून और उत्साह देखा जा रहा है। फुटबॉल मैदान में तीन वर्ष के बच्चों से लेकर 25 वर्ष तक के युवक-युवतियों द्वारा नियमित रूप से फुटबॉल खेल का अभ्यास किया जाता है। कोच अनिल सिंह गोंड़ ने राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे हैं। वर्तमान में रेलवे में नौकरी करते हैं। उन्होंने बताया कि नियमित रूप से विचारपुर एवं आस-पास के ग्रामों के खिलाडिय़ों को नि:शुल्क कोचिंग देते हैं। विचारपुर ग्राम के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी सुरेश कुण्डे, फकरिया कुण्डे तथा मुरलीधर कुण्डे ने वर्ष 1978-79 से स्थानीय युवाओं को फुटबॉल खेल से जोड़ा था। वर्ष 2002 में आईएनएस फुटबॉल कोच रईस अहमद ने स्थानीय खिलाडिय़ों को फुटबॉल खेल की कोचिंग शुरू की। इस खेल मैदान से 7-8 बच्चों ने फुटबॉल की कोचिंग प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लिया है।

इन खिलाडिय़ों ने किया उत्कृष्ट प्रदर्शन

राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता में मानस गुप्ता, साका बैगा, सपना गुप्ता, एकता रजक, सानिया परस्ते ने अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। खिलाडिय़ों को वर्तमान में नरेश कुण्डे, नीलेन्द्र कुण्डे, शंकर दाहिया, रजनी सिंह, यशोदा सिंह, सीताराम सहीस, भीमसेन कोल तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग के कोच अजय कुमार सोंधिया द्वारा कोचिंग दी जा रही है। यहां खेलो इंडिया योजना अंतर्गत स्माल ट्रेनिंग सेन्टर संचालित है। जिसकी कोच लक्ष्मी सहीस जो स्वयं राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी रही हैं। कोच लक्ष्मी सहीस का चयन जर्मनी में फुटबॉल खेल प्रशिक्षण के लिए भी किया गया है। जर्मनी के प्रतिष्ठित क्लब एफसी इंग्लोस्टेड 4 क्लब ने विचारपुर के खिलाडिय़ों और कोच को 4 से 12 अक्टूबर तक कोच डाइटमार बीयर्सडॉर्फ के निर्देशन में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। खिलाडिय़ों का प्रशिक्षण 12 अक्टूबर तक चलेगा।

टीमवर्क और मानसिक मजबूती पर पर दिया जा रहा जोर


इस दौरान वे जर्मन कोच डाइटमार बीयर्सडार्फ के निर्देशन में आधुनिक फुटबॉल तकनीक, फिटनेस, टीम रणनीति और टैक्टिकल गेम प्लानिंग की गहन ट्रेनिंग ले रहे हैं। खिलाडिय़ों को गेंद नियंत्रण पासिंग, शूटिंग और रक्षात्मक व आक्रामक रणनीतियां सिखा रहे हैं। इसके साथ ही प्रशिक्षण में खिलाडिय़ों की निर्णय क्षमता, टीमवर्क और मानसिक मजबूती पर भी जोर दिया जा रहा है। विश्वस्तरीय प्रशिक्षण के लिए विचारपुर से कुल पांच खिलाड़ी और एक महिला प्रशिक्षक का चयन किया गया है। इनमें लक्ष्मी सहीस (कोच), सानिया कुंडे, सुहानी कोल, प्रीतम कुमार ,वीरेंद्र बैगा, मनीष घसिया है।