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संभल हिंसा का एक और चेहरा बेनकाब! दरोगा की मैगजीन व टियर गैस सेल लूटने वाला उपद्रवी अरेस्ट

Sambhal Violence: संभल पुलिस ने 24 नवंबर की हिंसा में दरोगा की पिस्टल की मैगजीन और पुलिसकर्मियों से टियर गैस सेल व कारतूस लूटने के आरोप में उपद्रवी वसीम को गिरफ्तार किया है।

2 min read

सम्भल

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Mohd Danish

Oct 18, 2025

sambhal violence waseem arrested for looting pistol magazine

संभल हिंसा का एक और चेहरा बेनकाब! Image Source - 'X'

Sambhal violence waseem arrested: संभल कोतवाली पुलिस ने 24 नवंबर को संभल हिंसा में दरोगा की पिस्टल की मैगजीन और पुलिसकर्मियों से टियर गैस सेल, कारतूस और रबर बुलेट लूटने वाले एक उपद्रवी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, यह वही हिंसा थी जिसमें भीड़ ने कानून व्यवस्था को खुली चुनौती देते हुए पुलिस पर पथराव और फायरिंग की थी। इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी और कई वाहन आग के हवाले कर दिए गए थे।

गिरफ्तार आरोपी की पहचान वसीम पुत्र नईम निवासी कोट गर्वी, कोतवाली संभल के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि वसीम लंबे समय से फरार चल रहा था और दरोगा संजीव कुमार की तहरीर पर दर्ज नामजद एफआईआर में उसका नाम शामिल था।

जामा मस्जिद के पास हुआ था बवाल

इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने बताया कि पूछताछ में वसीम ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने बताया कि जामा मस्जिद में सर्वे की जानकारी मिलते ही वह अन्य लोगों के साथ वहां पहुंचा था और अचानक भीड़ हिंसक हो गई। देखते ही देखते स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पत्थरबाजी, फायरिंग और आगजनी शुरू हो गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, 19 नवंबर को मस्जिद सर्वे का पहला चरण हुआ था, जबकि दूसरा चरण 24 नवंबर को किया गया। इसी दौरान हालात बेकाबू हो गए और उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया।

दरोगा से मैगजीन, सिपाहियों से टियर गैस और कारतूस लूटने का आरोप

पुलिस जांच में सामने आया कि वसीम और उसके साथियों ने हिंसा के दौरान दरोगा संजीव कुमार की पिस्टल की मैगजीन लूट ली थी। इतना ही नहीं, सिपाही कपिल कुमार के बैग से 29 टियर स्मोक सेल, सिपाही पंकज कुमार के बैग से 25 ब्लैंक कारतूस और 25 रबर बुलेट तथा सिपाही राजपाल के बैग से 15 राउंड 12 बोर कारतूस भी लूटे गए थे।

यह वारदात पुलिस के मनोबल पर सीधा हमला थी, जिससे पूरा विभाग सतर्क हो गया। पुलिस ने उस समय से ही क्षेत्र में लगातार छापेमारी कर अब तक 103 आरोपितों को जेल भेजा है।

हिंसा के पीछे था मस्जिद सर्वे का विवाद

24 नवंबर की शाम को मस्जिद में चल रहे सर्वे को लेकर अचानक भीड़ एकत्र हो गई थी। कुछ ही देर में माहौल तनावपूर्ण हो गया और हजारों लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। हिंसा इतनी भयंकर थी कि पुलिस को स्थिति संभालने के लिए फोर्स बढ़ानी पड़ी।

इस दौरान कई सरकारी और निजी वाहनों को भी आग लगा दी गई थी। घटना के बाद से ही पुलिस लगातार उपद्रवियों की पहचान कर रही थी और अब वसीम की गिरफ्तारी से जांच में एक और महत्वपूर्ण कड़ी जुड़ गई है।

पुलिस बोली- अब किसी भी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा

इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी वसीम की गिरफ्तारी के बाद उससे और कई अहम खुलासों की उम्मीद है। पुलिस का कहना है कि संभल हिंसा में शामिल प्रत्येक व्यक्ति की पहचान की जा रही है और वीडियो फुटेज की मदद से बाकी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
फिलहाल वसीम को जेल भेजा गया है और पुलिस ने उस पर कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।


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