Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

‘….नहीं तो हो सकती है जावेद हबीब की संपत्ति जब्त’, पुलिस ने दिल्ली स्थित घर की ली तलाशी; पढ़िए केस अपडेट

Jawed Habib Case Update: पुलिस ने जावेद हबीब के दिल्ली स्थित घर की तलाशी ली। सेलिब्रिटी हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब, उनके बेटे अनोस हबीब और उनके एक अन्य सहयोगी के खिलाफ पुलिस ने 32 FIR दर्ज की हैं।

2 min read
Jawed Habib Case Update

पुलिस ने जावेद हबीब के दिल्ली स्थित घर की ली तलाशी। फोटो सोर्स- X

Jawed Habib Case Update: उत्तर प्रदेश के संभल में बिटकॉइन में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी के आरोपों के चलते मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब पर शिकंजा कस गया है। पुलिस ने 32 मुकदमों में नामजद जावेद हबीब के खिलाफ सर्च वारंट जारी करवाया। बीते बुधवार पुलिस हबीब के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंची, लेकिन वे वहां नहीं मिले। अब पुलिस की एक टीम जावेद हबीब को खोजने के लिए मुंबई जाएगी।

SP कृष्ण कुमार बिश्नोई ने क्या कहा?

संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, "जावेद हबीब 12 अक्टूबर के समन पर नहीं पहुंचे। उन्होंने अपने वकील को भेजा था, जो धोखाधड़ी वाली कंपनी से संबंधित जरूरी दस्तावेज पेश नहीं कर सके। हबीब दिल्ली स्थित अपने ठिकाने पर नहीं मिले। अब हम अपनी तलाशी का दायरा मुंबई तक बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। अगर वे सहयोग नहीं करते हैं, तो गैर-जरूरी वारंट और संपत्ति जब्त की जा सकती है।"

पुलिस के अनुसार, सेलिब्रिटी हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब, उनके बेटे अनोस हबीब और उनके एक अन्य सहयोगी के खिलाफ पुलिस ने 32 FIR दर्ज की हैं। इनमें कथित तौर पर यूपी के कई हिस्सों में 400 से ज्यादा लोगों को करोड़ों रुपये की क्रिप्टोकरेंसी निवेश योजना के जरिए ठगने का आरोप है। हबीब परिवार ने इस मामले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, जावेद हबीब, उनके बेटे और सहयोगी पर फॉलिकल ग्लोबल कंपनी (FLC) के बैनर तले एक स्कीम चलाने और बिटकॉइन खरीद पर 50-70 प्रतिशत रिटर्न का वादा करके प्रत्येक निवेशक से 5-7 लाख रुपये लेने का आरोप है। मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने पहले कहा था, "आरोप है कि तीनों ने प्रत्येक निवेशक से लगभग 5-7 लाख रुपये लिए। इस दौरान निवेशकों को ज्यादा रिटर्न मिलने का दावा किया गया। लेकिन ढाई साल बाद भी किसी भी निवेशक को उनका पैसा वापस नहीं मिला।"