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एक महीने बाद पकड़ाई ‘लक्ष्मी’, 48 घंटों में ही छोड़ गई थी सात जन्मों का साथ

looteri dulhan: शादी के दो दिन बाद गहने और कैश लेकर कथित भाई के साथ भागी थी लुटेरी दुल्हन, पुलिस ने दोनों को पकड़ा...।

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sagar

looteri dulhan who ran away two days after marriage was caught

mp news: मध्यप्रदेश के सागर में पुलिस ने शादी के पवित्र रिश्ते को ठगी का जरिया बनाने वाली शातिर लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार किया है। शादी के दो दिन बाद ही ये लुटेरी दुल्हन और रूपये और गहने लेकर भाग गई थी जिसकी शिकायत पुलिस में करीब एक महीने पहले दर्ज कराई गई थी। अब पुलिस ने करीब एक महीने की मशक्कत के बाद लुटेरी दुल्हन व उसके भाई को गिरफ्तार किया है। आशंका जताई जा रही है कि लुटेरी दुल्हन ने और भी कई लोगों को अपना शिकार बनाया है ।

ऐसे जाल में फंसाया था..

सागर के सदर बाजार इलाके में रहने वाली धरमो बाई ने अपने बेटे सुनील यादव की शादी में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उसने बताया था उसने अपने बेटे सुनील की शादी रिश्तेदार राजू यादव निवासी धनुआ मेढकी के माध्यम सेआरती यादव से कराई थी। अगस्त में लड़की और उसका भाई रामनाथ भी साथ आया था। घर पर लड़का और लड़की ने एक-दूसरे को पसंद किया। दोनों की सहमति के बाद राजू ने कहा कि लड़की वालों की आर्थिक स्थिति कमजोर है, इसलिए शादी का खर्च लड़के वालों को ही उठाना होगा। 12 सितंबर को पूरे रीति-रिवाज से सुनील की आरती से शादी हो गई। शादी में 80 हजार रुपए नकद, सोने का हार, चांदी की करधौनी, सोने का पेंडल और चांदी की पायल शगुन के तौर पर दुल्हन को दिए थे।

शादी के 2 दिन बाद भागी थी दुल्हन

धरमो बाई ने बताया कि शादी के दो दिन बाद ही 14 सितंबर की रात 11.30 बजे आरती के भाई का फोन आया कि उसे पुलिस ने पकड़ लिया है। जिसके बाद सुनील और आरती दोनों कैंट थाने के लिए निकले लेकिन थाने से कुछ पहले ही रामनाथ पहले से ही बाइक लेकर खड़ा था। उसने कहा कि पुलिस ने उसे छोड़ दिया है इसके बाद आरती ने भाई के साथ बाइक से घर जाने की बात कहकर चली गई लेकिन घर नहीं पहुंची। काफी देर इंतजार करने के बाद जब उसे फोन किया तो उसने फोन भी नहीं उठाया। शक हुआ तो घर में देखा तो आरती शादी की रस्मों में दिए 81 हजार रुपए नकद, सोने का हार, करधौनी, मंगलसूत्र, पायल गायब थे।

आरती का असली नाम है लक्ष्मी

पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और सबसे पहले रिश्ता पक्का कराने वाले राजू यादव और आरती यादव उसके भाई रामनाथ यादव की तलाश शुरू की। जिसके बाद राजू को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो राजू यादव ने बताया कि महिला का असली नाम लक्ष्मी बंसल और उसके भाई का नाम बब्बू बंसल है। नाम बदलकर शादी कर ठगी करने की योजना बनाई थी। पुलिस ने फोटो और अन्य तकनीकी जांच के आधार पर आरोपी बब्बू बंसल और लक्ष्मी बंसल (आरती यादव) को सिलवानी के सियरमऊ गांव से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों से सोने-चांदी के जेवर, मोबाइल और करीब 3 लाख रुपए का सामान बरामद किया है।