सागर. प्रदेश के सबसे बड़े वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में नए साल की शुरूआत में ही खुशखबरी मिली है। यहां वन अमले को नन्हे शावकों को पगमार्क मिले हैं, जिनकी संख्या 3 से 4 होने का अनुमान लगाया जा रहा है। यह शावक किस बाघिन से जन्मे हैं फिलहाल यह तो स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन चर्चा है कि नौरादेही की महारानी कही जाने वाली बाघिन एन-1 यानी राधा ने ही शावकों को जन्म दिया है। इसके साथ ही अब टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 23 से बढ़कर 26 से 27 हो गई है।
टाइगर रिजर्व को गुलजार करने वाली बाघिन एन-1 राधा अक्टूबर-नवंबर 2024 में गायब हो गई थी। वह न तो वन क्षेत्र में लगे ट्रैप कैमरों में कैद हो रही थी और न ही वन अमले को उसका मूवमेंट नजर आ रहा था, लेकिन अब राधा का मूवमेंट भी वन अमले को नजर आने लगा है। बताया जा रहा है कि बाघिन राधा इसलिए नजर नहीं आ रही होगी क्योंकि उसने शावकों को जन्म दिया था।
2023 तक नौरादेही अभयारण्य कहे जाने वाले वीरांगना टाइगर रिजर्व को कान्हा से लाई गई बाघिन एन-1 यानी राधा ने ही गुलजार किया है। 2018 में पहले राधा और उसके बाद बांधवगढ़ से बाघ किशन को नौरादेही में छोड़ा गया था। चूंकि राधा पेंच टाइगर रिजर्व में जहरखुरानी का शिकार हुई थी, इसलिए शुरूआत में उससे कोई खास उम्मीद नहीं थी, लेकिन परिणाम बिल्कुल विपरीत निकले। मई 2019 में राधा ने 3 शावकों को जन्म दिया और यहीं से नौरादेही में बाघों का कुनबा बढऩा शुरू हो गया। 2018 से 2023 तक यानी 5 साल में यहां बाघों की संख्या बढ़कर 23 हो गई।
बाघिन राधा ने सबसे पहले तीन शवकों को जन्म दिया था, जिसमें एक नर व दो मादा शामिल थीं। पिछले 6 सालों में राधा से जन्मीं बाघिन एन-111 और एन-112 भी 4-4 शावकों को जन्म दे चुकी हैं। इसके पहले नवंबर-2023 में बाघिन एन-112 अपने 4 शावकों के साथ नजर आई थी, जिन्हें अब 15 से 16 माह का होना बताया जा रहा है। इसके बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल इनमें से कोई बाघिन भी शावकों को जन्म दे सकती है।
जंगल में शावकों के पगमार्क मिलने की जानकारी अमले से मिली है, लेकिन जब तक की शावकों का मूवमेंट कैमरे में कैद नहीं हो जाता तब तक पुष्टि नहीं की जा सकती।
डॉ. एए अंसारी, उप संचालक, टाइगर रिजर्व
Updated on:
19 Jan 2025 12:39 pm
Published on:
19 Jan 2025 12:38 pm