
Jungal Safari
कुंभलगढ़. अरावली की गोद में बसे कुंभलगढ़ नेशनल पार्क की रौनक पर बारिश ने फिलहाल विराम लगा दिया है। पिछले दो-तीन दिनों से हो रही लगातार वर्षा के चलते पार्क के अंदरूनी कच्चे रास्ते कीचड़ से भर गए हैं और फिसलन इतनी बढ़ गई है कि पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर वन विभाग को दो दिन के लिए जंगल सफारी रोकनी पड़ी। वनपाल सत्येंद्र सिंह ने बताया कि बारिश के चलते सफारी मार्गों पर जगह-जगह पानी भर गया है। कच्चे ट्रैक पर फिसलन होने से जिप्सियों के फंसने या फिसलने की आशंका बढ़ जाती है, जिससे पर्यटकों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। इसी कारण विभाग ने एहतियातन मंगलवार और बुधवार को सफारी पूरी तरह से बंद रखी है। सिंह ने कहा कि यदि अगले कुछ दिनों में बारिश थम जाती है और मौसम साफ रहता है, तो विभागीय टीम पहले पूरे सफारी मार्ग का निरीक्षण करेगी। रास्ते सुरक्षित और वाहनों के लिए उपयुक्त पाए जाने पर सफारी को फिर से शुरू कर दिया जाएगा।
दीपावली के बाद से कुंभलगढ़ में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई थी। बड़ी संख्या में पर्यटक जंगल सफारी का आनंद लेने पहुंच रहे थे, लेकिन अब सफारी रुकने से कई सैलानी निराश होकर लौट रहे हैं। होटल व्यवसायी और स्थानीय गाइड भी मौसम सुधरने की प्रतीक्षा में हैं।
कुंभलगढ़ नेशनल पार्क इन दिनों बारिश के कारण हरीतिमा से आच्छादित है। घने जंगलों में नमी और हरियाली ने इसे और आकर्षक बना दिया है। यहां पैंथर, भालू, सांभर, जंगली सूअर और मोर जैसी अनेक प्रजातियां पर्यटकों को अपनी ओर खींचती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात के बाद का कुंभलगढ़ प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर होता है और जब मौसम खुलता है, तो जंगल की सैर का अनुभव अविस्मरणीय बन जाता है।
मौसम साफ होते ही वन विभाग द्वारा निरीक्षण के बाद सफारी पुनः शुरू किए जाने की संभावना है। पर्यटक और स्थानीय व्यवसायी उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही कुंभलगढ़ नेशनल पार्क में फिर से रौनक लौटेगी और लोग जंगल की रोमांचक सैर का आनंद ले सकेंगे।
Published on:
29 Oct 2025 02:55 pm
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