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बड़ा ड्रामा! BMO ने सुबह क्लीनिकों पर की कार्रवाई, दोपहर में खुद दे दिया इस्तीफा

Cough Syrup Case: स्वास्थ्य विभाग में रविवार को बड़ा ड्रामा देखने मिला। बीएमओ डॉ. नितिन सिंह तोमर ने क्लीनिक-पैथोलॉजी संचालकों को नोटिस देने के कुछ घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया।

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begumganj bmo resigns after action against clinics cough syrup case

begumganj bmo resigns after action against clinics cough syrup case (फोटो- सोशल मीडिया)

BMO resigns after action: कफ सीरप को लेकर पूरे प्रदेश में मचे बवाल के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट नजर आ रहा है। लेकिन जिले में रविवार को एक नाटकीय घटनाक्रम हुआ। रायसेन के बेगमगंज के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (बीएमओ) डॉ. नितिन सिंह तोमर ने रविवार को अचानक बीएमओ के पद से इस्तीफा दे दिया। घटनाक्रम के पीछे विभागीय अफसरों की आपसी खींचतान ही कारण बताया जा रहा है। (Cough Syrup Case)

प्राइवेट डॉक्टर के इलाज से हुई थी बच्ची की मौत

शनिवार को जिले के बेगमगंज नगर में प्राइवेट डॉक्टर द्वारा उपचार किए जाने के दौरान एक माह की बच्ची की मौत होने का मामला सामने आया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद सीएमएचओ डॉ. एचएन मांडरे, एसडीएम सौरभ मिश्रा सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। बीएमओ एवं ड्रग इंस्पेक्टर ने निजी डॉक्टर के क्लीनिक एवं मेडिकल स्टोर की जांच पड़ताल की थी, लेकिन कोई प्रतिबंधित दवा नहीं मिली। (Cough Syrup Case)

सुबह थमाया नोटिस, दोपहर में दे दिया इस्तीफा

रविवार को बीएमओ डॉ. नितिन सिंह तोमर ने शहर में संचालित प्राइवेट क्लीनिक दवाखाना, मेडिकल स्टोर एवं लैब व पैथोलॉजी संचालकों को पत्र जारी करते हुए तीन दिवस में अपने-अपने क्लीनिक, मेडिकल स्टोर्स व पैथोलॉजी के पंजीयन डिग्री व अन्य दस्तावेज सिविल अस्पताल में उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए।

चेतावनी दी कि यदि तीन दिवस में चाहे गए दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए तो यह माना जाएगा कि आप नियम विरूद्ध क्लीनिक, दवाखाना, मेडिकल स्टोर्स एवं पैथोलॉजी संचालित कर रहे हैं। ऐसे में क्लीनिक, दवाखाना, मेडिकल लैब एवं पैथोलॉजी को सील कर दिया जाएगा। इसके बाद उन्होंने बीएमओ के प्रभार से त्यागपत्र दे दिया। (Cough Syrup Case)

बीएमओ को समझाया जा रहा है- सीएमएचओ

सभी मेडिकल स्टोर्स, प्राइवेट क्लिनिक और पैथोलॉजी संचालक तीन दिवस में दस्तावेज उपलब्ध कराएं, ताकि उनकी जांच की जा सके। जांच के दौरान गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई होगी। साथ ही बीएमओ को फिलहाल अपने पद पर बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है। उनसे कहा गया है कि जैसे कोई नए डॉक्टर की पदस्थापना होगी, तब उन्हें प्रभार से मुक्त कर दिया जाएगा।- डॉ. एचएन मांडरे, सीएमएचओ, रायसेन