कांग्रेस फाइल फोटो: पत्रिका
Chhattisgarh Congress: कांग्रेस संगठन में शहरी और ग्रामीण जिलाध्यक्ष पद पर नए चेहरों की ताजपोशी को लेकर रायशुमारी की प्रक्रिया तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के निर्देश पर नियुक्त पर्यवेक्षक रायगढ़ पहुंच चुके हैं। ( CG News ) उन्होंने दिनभर पार्टी पदाधिकारियों, वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनके विचार सुने। संगठन को मजबूती देने के लिए जिला नेतृत्व में बदलाव की तैयारी लंबे समय से चल रही थी, जिस पर अब निर्णय की दिशा में ठोस कदम उठाया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, पर्यवेक्षक ने पहले शहर कांग्रेस कार्यालय में पदाधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें पूर्व और वर्तमान पार्षद, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई व सेवादल के प्रतिनिधि मौजूद थे। इसके बाद वे ग्रामीण कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और वहां अलग-अलग क्षेत्रों से आए कार्यकर्ताओं से चर्चा की।
पर्यवेक्षक ने कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के दौरान संगठन की मजबूती, आगामी चुनावी रणनीति और नेतृत्व के लिए उपयुक्त नाम सुझाने को कहा। बैठक में कार्यकर्ताओं ने संगठन को जमीन स्तर पर सक्रिय करने पर जोर देते हुए कहा कि जिलाध्यक्ष का चयन ऐसा होना चाहिए जो सभी गुटों को साथ लेकर चल सके। कुछ वरिष्ठ नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि नए नेतृत्व का चेहरा युवा और ऊर्जावान होना चाहिए, ताकि विधानसभा चुनाव और स्थानीय निकाय चुनावों में संगठन को गति मिल सके। वहीं कुछ कार्यकर्ताओं ने अनुभव और संगठनात्मक पकड़ को तरजीह देने की बात कही।
रायशुमारी के दौरान कई नामों पर चर्चा हुई, जिनमें पूर्व पदाधिकारी और सक्रिय कार्यकर्ता शामिल हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शहरी और ग्रामीण जिलाध्यक्ष के लिए चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। संगठन की मंशा है कि नया नेतृत्व ऐसे नेताओं को मिले जिनकी पकड़ कार्यकर्ताओं और आम जनता दोनों में मजबूत हो। इससे आने वाले चुनावों में कांग्रेस की स्थिति को और सुदृढ़ किया जा सकेगा।
स्थानीय राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जिलाध्यक्ष का चयन कांग्रेस के लिए अहम साबित होगा। इसके पीछे कारण यह है कि यह न केवल संगठन की एकजुटता को प्रभावित करेगा बल्कि आगामी चुनावी समीकरणों पर भी असर डालेगा। इसको लेकर भी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सजग है।
रायशुमारी के इस दौर में कांग्रेस के भीतर उत्साह और हलचल दोनों देखी जा रही है। कार्यकर्ता अपने पसंदीदा नेताओं को आगे बढ़ाने के लिए सक्रिय हैं, जबकि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व संतुलन साधने की कोशिश में जुटा है। चर्चा है कि रायशुमारी की प्रक्रिया पूरी कर नामों पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी।
Updated on:
07 Oct 2025 03:12 pm
Published on:
07 Oct 2025 03:11 pm
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