Cough syrup: खांसी सिरप पर बच्चों की मौत का असर: मध्यप्रदेश और राजस्थान में खांसी की सिरप पीने के बाद बच्चों की मौत के बाद छत्तीसगढ़ में लोग खांसी की सिरप खरीदने से डर रहे हैं।
सिरप की बिक्री में भारी गिरावट: थोक और रिटेल स्तर पर खांसी की सिरप की बिक्री लगभग 80% तक कम हो गई है।
केंद्रीय और राज्य सरकार की एडवाइजरी: 6 अक्टूबर से दो साल से कम उम्र के बच्चों को खांसी की सिरप देने पर प्रतिबंध लगाया गया, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की।
मेडिकल स्टोर की रणनीति: रिटेलर अब कम स्टॉक रखते हैं (पहले 50 बोतल की जगह अब केवल 10 बोतल), ताकि किसी कार्रवाई या जोखिम से बचा जा सके।
सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में बढ़ी भीड़: नरम-गरम मौसम के कारण बच्चों में खांसी, सर्दी और बुखार बढ़ने से पीएचसी और आंबेडकर अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
Cough syrup: डॉक्टरों और फार्मास्यूटिकल कंपनियों की सावधानी: बच्चों को केवल सिंगल थैरेपी सिरप दिया जा रहा है, बिना पर्ची खांसी की दवा नहीं दी जा रही, और सीएमएचओ व सिविल सर्जन खांसी सिरप की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।