सावन के अंतिम सोमवार को शहर शिवमय रहा।
शहरभर के मंदिरों में इस दौरान भगवान शिव को अलग-अलग रूपों में सजाकर उनका अभिषेक व पूजन किया गया।
घरों से लेकर मंदिरों तक में रुद्राभिषेक के साथ दिनभर पूजा-अर्चना के दौर चले।
इस दौरान लोहार्गल, गणेश्वर व हरिद्वार सहित विभिन्न तीर्थस्थलों से कावड़ लाकर भी शिवभक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।
भगवान शिव को अलग-अलग रूपों में सजाकर उनका अभिषेक व पूजन किया गया