राजधानी जयपुर में दीपावली पर की जाने वाली रोशनी के साथ ही सजावट में भी स्वदेशी आभा की झलक दिखाई देगी।
केंद्र सरकार की ‘स्वदेशी को बढ़ावा’ देने की पहल का असर इस बार दीपोत्सव पर भी नजर आएगा।
इस बार लोग दिवाली पर चाइनीज दीपक व सामान के बजाय स्थानीय स्तर पर बनाए गए दीपक सहित अन्य उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
जयपुर सहित आसपास के 50 से अधिक गांवों में प्रजापति समाज के लोगों ने लाखों दीपक तैयार किए हैं। मिट्टी के बर्तनों के साथ ही सजावटी सामान भी तैयार किया है।
इस बार मिट्टी से लैंप, कलश, झालर, लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां, हवन कुंड और सजावटी सामान तैयार किए हैं। वेबसाइट के जरिए इनकी बिक्री भी की जा रही है।
जयपुर के अलावा कूकस, मांग्यावास, श्योपुर, दिल्ली रोड सहित अन्य गांवों में प्रजापति समाज के लोग दीपक बनाने में जुटे हैं।