
महागठबंधन के नेता (Photo - ANI)
Bihar Elections: राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि महागठबंधन के अंदर सबकुछ ठीक है। गठबंधन में कोई मनमुटाव नहीं है। सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है। उन्होंने 11 सीटों पर फ्रेंडली फाइट को लेकर कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। ऐसा होता आया है। हम बिहार के मुख्य मुद्दों को सुलझाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। चीजें आकार ले रही हैं। तेजस्वी ने कहा कि 20 साल से बिहार में एक नाकाबिल सरकार है। इस डबल इंजन की सरकार का एक इंजन करप्शन है और दूसरा क्राइम है। महागठबंधन ने इस नाकाबिल सरकार को हराने की कसम खाई है।
बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए, RJD ने 143 उम्मीदवारों की घोषणा की है। कांग्रेस ने 60 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। CPI ने 9 नामों की घोषणा की है, CPI(M) ने 4, CPI(ML) लिबरेशन ने 20 और VIP ने 15 उम्मीदवारों की घोषणा की है। 11 ऐसी सीटें हैं जहां महगठबंधन के दलों के बीच फ्रेंडली फाइट है।
पश्चिम चंपारण जिले की नरकटियागंज सीट पर राजद के दीपक यादव और कांग्रेस के शाश्वत पांडेय आमने सामने हैं। इसके कारण यादव और मुस्लिम वोट में बिखराव की संभावना है। इससे महागठबंधन को नुकसान पहुंच सकता है।
वैशाली की सीट पर कांग्रेस के संजीव सिंह और राजद से अजय कुशवाहा मैदान में हैं। यह सीट अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति बहुल है। इससे वोटों के विभाजन होने की संभावना है और इसका फायदा NDA को मिल सकता है।
वैशाली की राजपाकड़ की सीट पर कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के मोहित पासवान आमने सामने हैं। यह रिजर्व (SC) सीट है। पिछली बार यहां से कांग्रेस उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। यहां वामपंथी दलों की भी मजबूत पकड़ है। ऐसे में वोटों के विभाजन से NDA को फायदा मिल सकता है।
बेगूसराय की बछवाड़ा सीट पर कांग्रेस के प्रकाश दास और सीपीआई के अवधेश राय आमने सामने हैं। CPI के अवधेश राय पिछले चुनाव में महज 484 वोटों से हार गए थे। महागठबंधन के भीतर CPI इस सीट को कांग्रेस को देने को तैयार नहीं हुई। कांग्रेस और CPI के आमने सामने होने से एक बार फिर NDA को फायदा पहुंचने की उम्मीद है।
नालंदा के बिहारशीफ में कांग्रेस के उमर खान और CPI के शिव प्रसाद यादव आमने सामने हैं। सीएम के गृह जिले में महागठबंधन के बीच फ्रेंडली फाइट होने से मुस्लिम और यादव वोटों का बिखराव होगा, इससे NDA को बढ़त मिल सकती है।
समस्तीपुर की रोसरा सीट पर कांग्रेस के बीके रवि और CPI के लक्ष्मण पासवान मैदान में हैं। यहां भी वाम मोर्चा की स्थिति मजबूत है लेकिन फ्रेंडली फाइट होने की वजह से वोटों के बिखराव की आशंका है। इससे महागठबंधन को नुकसान हो सकता है।
भागलपुर की कहलगांव सीट पर कांग्रेस और राजद प्रत्याशी आमने सामने हैं। यहां कांग्रेस से प्रवीण कुशवाहा चुनावी मैदान में हैं, जबकि राजद से रजनीश भारती चुनाव लड़ रहे हैं। इससे महागठबंधन के कोर वोट बैंक में बिखराव की संभावना है। इसका फायदा NDA को मिल सकता है।
वहीं, कुछ ऐसी सीटे हैं जहां महागठबंधन के भीतर आम सहमति बनने के बाद प्रत्याशियों ने नाम वापस लिए। मधुबनी के बाबूबरही से वीआईपी कैंडिडेट बिंदु गुलाब यादव ने अपना नाम वापस लिया। यहां से महागठबंधन की तरफ से राजद प्रत्याशी अरुण कुशवाहा चुनावी मैदान में हैं। प्राणपुर से कांग्रेस प्रत्याशी तौकीर आलम ने नाम वापस लिया। अब आरजेडी की इशरत प्रवीण उम्मीदवार होंगी। नवादा के वारसलीगंज में कांग्रेस उम्मीदवार सतीश सिंह ने नामांकन वापस लिया। अब आरजेडी से अशोक महतो की पत्नी कुमारी अनीता उम्मीदवार है।
महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "हमने सीएम का चेहरा भी घोषित कर दिया है। आज हम 'तेजस्वी प्रण पत्र' जारी करने जा रहे हैं कि हम अगले 5 साल कैसे काम करने जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि एनडीए अपने सीएम के नाम की घोषणा करे। उनके पास क्या योजनाएं हैं? उनका विजन क्या है और वे बिहार को कैसे आगे ले जाएंगे? हमने एक रोडमैप, एक विजन दिया है और हम स्पष्ट हैं कि हम बिहार को नंबर वन बनाएंगे। वे केवल नकारात्मक बातें करते हैं और हमारे नेताओं पर आरोप लगाते हैं
Updated on:
28 Oct 2025 02:39 pm
Published on:
28 Oct 2025 02:01 pm
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