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बिहार के इस जिलें में हुआ बीजेपी उम्मीदवार का विरोध, ग्रामीणों ने गांव से बाहर जाने को किया मजबूर

बिहार चुनाव: स्थानीय लोगों के विरोध के बाद बीजेपी जीती हुई अपनी हायाघाट विधानसभा सीट को बरकरार रखने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। वहीं, आरजेडी के नेतृत्व वाला महागठबंधन इस सीट को वापस पाने की कोशिश में लगा है।

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Bihar Election 2025

बिहार चुनाव (फोटो : फ्री पिक)

बिहार में चुनाव को लेकर नेता जी का जनसंपर्क अभियान तेज हो गया है। जनसंपर्क अभियान के दौरान दरभंगा जिला के हायाघाट विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी प्रत्याशी और स्थानीय विधायक रामचंद्र साहू को आज वोटरों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। जनता के आक्रोश के कारण उनको उल्टे पैर वहां से भागना पड़ा। यह घटना हायाघाट विधानसभा क्षेत्र के अटहर पंचायतों के अटहर चौक की है। स्थानीय विधायक के जनसंपर्क अभियान को लेकर पहुंचते ही ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। उनके खिलाफ में जमकर नारेबाजी करने लगे। इसकी वजह से उन्हें गांव से बाहर जाना पड़ा। ग्रामीणों का कहना था कि पिछले पांच सालों में क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। विकास की बात करने पर विधायक जी हम लोगों को भगा दिया करते थे।

बीजेपी के नाम पर वोट मिलता हैं

आक्रोशित लोगों का कहना है कि सड़क, नाला, बिजली, पानी और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं की हालत बद से बदतर है। कई बार हम लोग अपनी समस्या को लेकर विधायक जी के पास गए। लेकिन,वे विधायक रहते हुए कभी क्षेत्र की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग अभी तक इनको बीजेपी के नाम पर वोट कर दिया करते थे। लेकिन, इस दफा हम लोग भी अपना विकल्प खोद लिए हैं। इधर, विधायक जी कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया उनसे बात नहीं हो पायी।

वापस जाओ, वापस जाओ के लगे नारे

रामचंद्र साहू को देखते ही जनता आक्रोशित हो गई। वे उनका विरोध करने लगी। विरोध कर रहे ग्रामीणों ने वापस जाओ, वापस जाओ और अब गांव में मत आओ के नारे लगा रहे थे। हायाघाट एक सामान्य सीट है। वर्ष 1967 यह विधानसभा अस्तित्व में आया था। तब से लेकर अभी तक इस विधानसभा पर 14 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। इस सीट कांटे की टक्कर होता है। पिछले चुनाव में यहां एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला हुआ था। पिछले विधानसभा चुनाव में रामचंद्र साहू ने आरजेडी के भोला यादव को हरा कर इस सीट पर अपनी जीत दर्ज किया था।

हायाघाट में राजनीतिक सरगर्मियां तेज

स्थानीय लोगों के विरोध के बावजूद बीजेपी हायाघाट में अपनी जीती हुई सीट को बरकरार रखने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। इधर,महागठबंधन इस सीट को अपने नाम करने का प्रयास कर रही है। 2020 के चुनाव में आरजेडी के भोला यादव ने बीजेपी प्रत्याशी को कड़ी टक्कर दी थी, जिससे यह तय है कि यहां मुकाबला कांटे का हो सकता है। 2015 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू से अमर नाथ गामी ने यहां से जीते थे। उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी के रमेश चौधरी को हराया था। 2010 के चुनाव में गामी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे और उनको जीत मिली थी। उन्होंने आरजेडी के भोला यादव को हराया था।