
बिहार विधानसभा चुनाव में आरएसएस के करीब एक दर्जन सक्रिय सदस्य कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतर गए हैं। इस बात की सूचना मिलने के बाद कांग्रेस आला कमान परेशान हो गई है। पार्टी आला कमान के निर्देश पर इनके प्रोफाइल चेक किए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में पार्टी ने दो सीनियर नेताओं की पहचान कर अब उनपर कार्रवाई करने का मन बना लिया है। सूत्रों का कहना है कि बिहार चुनाव प्रभारी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से भी इस मामले में पार्टी आला कमान ने जवाब मांगा है। हालांकि कांग्रेक के कोई सीनियर नेता इस मुद्दे पर फिलहाल कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने दो बड़े नेताओं के कहने पर पार्टी के अधिकांश टिकट बांटे हैं। कहा जा रहा है कि पार्टी ने जिन लोगों को टिकट दिया उनमें से अधिकांश आरएसएस के सक्रिय सदस्य रहे हैं। वे टिकट मिलने से कुछ दिन पहले तक आरएसएस के कार्यक्रम में सक्रिय भूमिका में काम करते नजर आए हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पटना के कुम्हार विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी इंद्रदीप चंद्रवंशी और पश्चिम चंपारण का नौतन विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी अमित गिरी के नाम पर पार्टी सबसे ज्यादा गंभीर है। ये दोनों के संबंध में पार्टी के पास जो इनपुट है उसके अनुसार ये काफी समय आरएसएस से जुड़े हुए हैं। आरएसएस के सक्रिय सदस्य रहे हैं। बीजेपी सांसद संजय जायसवाल के खास हैं। कांग्रेस ने फिर भी इनको अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस पार्टी ने इसको काफी गंभीरता से लिया है। इनकी पैरवी करने वाले नेताओं पर अब कार्रवाई की बात कही जा रही है।
इसी प्रकार फारबिसगंज विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मनोज विश्वास, नालंदा-कौशलेंद्र उर्फ छोटे मुखिया, पूर्णिया का कस्बा इरफान आलम, रक्सौल से कांग्रेस प्रत्याशी श्याम बिहारी प्रसाद, सोनवर्षा से सरिता पसवान,सिकंदरा और किशनगंज विधानसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी बीजेपी, जदयू और लोजपा के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं। पार्टी इनको लेकर भी कांग्रेस नेताओं से सवाल किया है कि आखिर इनको क्यों टिकट दिया गया। इन सभी ने अगर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया तो पार्टी ने क्यों नहीं इसकी सूचना स्थानीय अखबार, सोशल मीडिया, टीवी को दी। पार्टी ने क्यों इनको चुप चाप से टिकट दे दिया। कांग्रेस पार्टी आला कमान ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम से पूछा है कि क्या इसकी आपको सूचना थी? सूचना थी तो क्या आपने चुनाव प्रभारी समेत पार्टी के वरीय नेताओं को इसकी सूचना दी थी।
कांग्रेस आला कमान ने इनकी टिकट की पैरवी करने वाले दो नेताओं की पहचना कर ली है। कहा जा रहा है कि इन दोनों नेताओं की कांग्रेस में टिकट बंटवारे में खुब चली है। इन पर आरोप है कि एक बड़ी राशि लेकर इन दोनों नेताओं ने चुनाव में टिकट बांट दिया है। पार्टी अब इनपर कार्रवाई करने का मन बना लिया है। सूत्रों का कहना है कि एक आरजेडी से कांग्रेस में एंट्री मारी है दूसरा को पार्टी ने अभी तक अपनी सदस्यता तक नहीं दी है। लेकिन, दोनों की कांग्रेस में टिकट बंटवारे में खूब चली।
Updated on:
24 Oct 2025 08:43 am
Published on:
24 Oct 2025 08:36 am
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