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सड़क किनारे कचरा देख भड़कीं ‘कलेक्टर साहिबा’, दे डाला अल्टीमेटम

MP News: पूर्व में निर्देशों के बावजूद अब तक नगर पालिका द्वारा नवीन स्थल पर कचरे के ढेर को शिफ्ट नहीं कराया गया।

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प्रतिकात्मक फोटो (सोर्स: सोशल मीडिया)

प्रतिकात्मक फोटो (सोर्स: सोशल मीडिया)

MP News:एमपी के पन्ना में कलेक्टर ऊषा परमार पदभार संभालने के बाद नगर भ्रमण पर निकलीं। अजयगढ़-छतरपुर बायपास पर सड़क किनारे कचरे का पहाड़ और सड़क पर निराश्रित मवेशियों का जमावड़ा देख कलेक्टर भड़क गई। सीएमओ नगर पालिका पन्ना उमाशंकर मिश्रा को दो दिन के अंदर बायपास से कचरा हटवाने का अल्टीमेटम दिया। साथ ही शहर के मुख्य मार्ग से बेसहारा मवेशियों को गौशाला भिजवाने के भी निर्देश दिए।

कचरे के ढेर को शिफ्ट नहीं कराया गया

जानकारी के लिए बता दें कि ग्राम सिमरा में कचरा प्रसंस्करण के लिए भूमि का चिन्हांकन किया जा चुका है। पूर्व में निर्देशों के बावजूद अब तक नगर पालिका द्वारा नवीन स्थल पर कचरे के ढेर को शिफ्ट नहीं कराया गया। इसी तरह कलेक्टर कार्यालय द्वारा 10 जुलाई को सड़कों से बेसहारा गौवंश के विस्थापन संबंधी जारी आदेश के पालन में नगर पालिका द्वारा इसके क्रियान्वयन में भी लापरवाही बरती गई। इस पर अनिवार्य रूप से दो दिन में बायपास का कचरा हटवाकर निर्धारित स्थान पर डलवाने तथा मवेशियों को गौशाला में शिट कर प्रतिवेदन भेजने के निर्देश दिए गए हैं।

सड़क पर निराश्रित मवेशी, लोग जान गवां रहे

शहर के मुख्य मार्ग और चौक-चौराहों पर निराश्रित मवेशियों का जमावड़ा है, बीटीआई के पास बाइक सवार के सीने में मवेशी का सींग घ़ुस गया था, जिससे युवक की मौत हो गई थी। पर इसके बाद भी नगर पालिका के जिम्मेदार नहीं चेत रहे हैं। अधिकारियों के निर्देश को दरकिनार कर दिया है। इसेस हालात जस के तस बने हैं।

सीएमराइज के बच्चे सालों से हैं परेशान

छतरपुर बायपास में कचरे का अंबार लगा हुआ है। इसकी दुर्गंध से सीएम राइज के बच्चे सालों से परेशान है। विद्यालय प्रबंधन तत्कालीन कलेक्टर से गुहार भी लगा चुका है। तत्कालीन कलेक्टर ने भी मामले को गंभीरता से लेकर कचरा हटवाने के निर्देश सीएमओ उमाशंकर मिश्रा को दिए थे। बायपास से गुजरने वाले श्रद्धालु-पर्यटको सहित अन्य को दुर्गंध की वजह से नाक-मुहं में रुमाल लगाकर गुजना पड़ रहा है। नगर पालिका की लापरवाही से शहर की छवि भी धूमिल हो रही है। पत्रिका ने भी इस मामले को कई बार उठाया है। इसके बाद भी नगर पालिका ने ध्यान नहीं दिया।