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Pali: पति-पत्नी का एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार, 14 साल की बेटी हॉस्पिटल में भर्ती, भाई ने नहीं दी माता-पिता के मौत की खबर

Husband-Wife Last Rites Together: पाली में सड़क हादसे में पति-पत्नी की मौत हो गई जिनका एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। उनकी 14 साल की बेटी सुमित्रा अस्पताल में भर्ती है और उसे अभी तक माता-पिता की मौत की खबर नहीं दी गई है।

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पाली

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Akshita Deora

Oct 31, 2025

मृतक पति-पत्नी की फाइल फोटो: पत्रिका

Rajasthan Road Accident Death: पाली जिले में एक सड़क हादसे ने पूरे परिवार की खुशियों को खाक कर दिया। रावत नगर निवासी बलवंत सिंह रावत (45) और उनकी पत्नी डाली देवी (40) एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद अपने 14 साल की बेटी सुमित्रा के साथ 28 अक्टूबर को बाइक से घर लौट रहे थे। इस दौरान खोखरा गांव के पास नेशनल हाइवे 162 पर अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी।

हादसे में बलवंत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी डाली देवी और बेटी सुमित्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल पत्नी और बेटी को जोधपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। दुर्भाग्यवश डाली देवी 29 अक्टूबर को उपचार के दौरान चल बसी।

एक साथ हुआ अंतिम संस्कार

पुलिस ने दोनों पति-पत्नी के शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा। बेटे सुरेन्द्र सिंह ने माता-पिता का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया। पूरे अंतिम संस्कार के दौरान परिवार और आसपास के लोग गमगीन माहौल में दिखाई दिए। वहीं बेटी सुमित्रा का उपचार जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में जारी है। उसे अभी तक अपने माता-पिता की मौत का पता नहीं है।

अज्ञात वाहन ने मारी थी टक्कर

थानाधिकारी गोपालसिंह ने बताया कि बलवंत सिंह रावत, उनकी पत्नी डाली देवी और बेटी सुमित्रा बाइक पर सवार होकर घर लौट रहे थे। उसी समय एक अज्ञात वाहन चालक ने तेज गति और लापरवाही से उन्हें टक्कर मार दी। इससे तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। बलवंत सिंह की मौके पर मौत हो गई जबकि डाली देवी और सुमित्रा को जोधपुर रेफर किया गया।

पुलिस ने दोनों पति-पत्नी के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपा। हादसे की जांच जारी है और अज्ञात वाहन चालक की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।

बेटी को नहीं है माता-पिता की मौत की खबर

14 साल की सुमित्रा अभी अस्पताल में भर्ती है और उसका उपचार चल रहा है। परिवार का सबसे बड़ा सदमा यह है कि बच्ची को अपने माता-पिता की मौत की खबर नहीं दी गई है। पूरे गांव और परिवार में इस हादसे की खबर से शोक की लहर है।