
दोनों भाइयों के अंतिम संस्कार के वक्त की तस्वीर (फोटो-पत्रिका)
पाली। जिले के सादड़ी कस्बे में गुरुवार दोपहर ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। दुदापुरा गांव के दो सगे भाई, बाबूलाल चौधरी और मनीष चौधरी, करंट की चपेट में आ गए और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। शुक्रवार को गांव के श्मशान घाट पर दोनों भाइयों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। जैसे ही पिता तेजाराम चौधरी ने मुखाग्नि दी, वहां मौजूद हर आंख नम हो उठी।
मनीष और बाबूलाल ने कुछ साल पहले मिलकर सादड़ी बस स्टैंड पर 'बाबू डेयरी' के नाम से डेयरी की दुकान शुरू की थी। गुरुवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे मनीष दही जमाने के लिए बॉयलर में दूध गर्म कर रहा था, तभी अचानक बिजली के करंट की चपेट में आ गया। छोटे भाई को तड़पता देख बाबूलाल उसे बचाने दौड़ा, लेकिन वह भी उसी करंट की चपेट में आ गया। चंद सेकंड में दोनों भाइयों की जिंदगी थम गई।
शुक्रवार सुबह जब गांव में यह खबर फैली तो चारों ओर मातम पसर गया। घर में महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल था, पूरे गांव में किसी के घर चूल्हा तक नहीं जला। दोपहर को जब अंतिम यात्रा निकली तो सैकड़ों ग्रामीण उनके साथ थे। गांव के बुजुर्ग भंवर घांची ने बताया कि दोनों ही भाई अपने पिता का सहारा थे। अब परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
सिर्फ पांच महीने पहले बाबूलाल की शादी हुई थी। अप्रैल 2025 में उसने सात फेरे लिए थे, उसी महीने उनकी इकलौती बहन की भी शादी हुई थी। परिवार की खुशियां अब गम में बदल गईं।
हादसे के बाद सादड़ी के व्यापारियों ने स्वेच्छा से बाजार बंद कर शोक जताया। दोपहर तीन बजे से पूरा बाजार सन्नाटे में डूब गया। गांव के लोग आज भी यह यकीन नहीं कर पा रहे कि जिन दो भाइयों की हंसी कल तक चौपालों में गूंजती थी, आज वे राख बनकर एक ही चिता में समा गए।
Updated on:
31 Oct 2025 09:47 pm
Published on:
31 Oct 2025 09:43 pm
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