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पत्नी की मौत के बाद शव से लिपटकर रोता रहा पति… समय पर नहीं आई एंबुलेंस, ऑटो से लेकर पहुंचा था अस्पताल

Pali Accident Death: पाली जिले के बांगड़ अस्पताल से मंगलवार को एक दर्दनाक तस्वीर सामने आई, जहां एक पति अपनी पत्नी के शव से लिपटकर रोता दिखा। मौके पर मौजूद गॉर्ड और अन्य लोगों ने युवक को सांत्वना दी।

2 min read

पाली

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Kamal Mishra

Oct 14, 2025

Pali accident death

पत्नी के गम में रोता पति देवाराम (फोटो-पत्रिका)

पाली। पाली जिले के बांगड़ अस्पताल में उस समय सभी की आंखे भर आई, जब एक पति अपनी पत्नी को खोने के बाद शव से लिपटकर रोने लगा। मौके पर मौजूद लोगों ने रो रहे शख्स को सांत्वना दी। दरअसल, शख्स अपनी पत्नी को सड़क हादसे के बाद बहुत बचाने का प्रयास किया लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।

दरअसल, बिरामी निवासी देवाराम मेघवाल सोमवार को अपनी पत्नी सीता देवी (37) के साथ बैंक के काम से सांडेराव गया था। काम निपटाने के बाद दोनों बाइक से गांव लौट रहे थे। सांडेराव के निकट एक होटल के सामने तेज रफ्तार वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और सीता देवी के सिर में चोट लगने से गंभीर घायल हो गईं।

बांगड़ अस्पताल में सीता देवी की हुई मौत

गंभीर रूप से घायल विवाहिता को एक टेम्पो से सांडेराव अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे पाली रेफर किया। इसके बाद 108 एम्बुलेंस की मदद से बांगड़ अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद सीता देवी को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाकर पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया।

समय पर नहीं पहुंची एंबुलेंस

देवाराम ने बताया कि हादसे के दौरान उसे यह नहीं पता चला कि किस वाहन से हादसा हुआ। बस वो घायल पत्नी सीता को अस्पताल ले जाने के लिए तड़पता रहा। उसने बताया कि घटनास्थल से दो बार एम्बुलेंस को कॉल किया, लेकिन एम्बुलेंस नहीं पहुंची। उसने वहां से गुजरते टेम्पो को रोका और उससे घायल पत्नी को सांडेराव लेकर पहुंचा। वहीं बांगड़ अस्पताल में जब डॉक्टरों ने उसकी पत्नी को मृत घोषित किया तो वह शव से लिपट कर रोने लगा। मौजूद गार्ड व अन्य लोगों ने उसे सांत्वना दी।

दो बच्चों के सिर से उठा मां का साया

देवाराम ने बताया कि वो कमठे का कारीगर है। उसकी पत्नी सीतादेवी भी उसके साथ कमठे पर जाती थी। मंगलवार को सांडेराव में बैंक कार्य होने से वे कमठे पर नहीं गए और हादसे में उसकी जान चली गई। उसका विवाह बलाना निवासी सीतादेवी से आठ साल पहले हुआ था। इसके बाद उनके दो पुत्र हुए।