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जलभराव में फंस गई मर्सिडीज, कारोबारी ने नगर निगम को भेजा कानूनी नोटिस, 10 लाख हर्जाने की मांग, जाने मामला

बारिश के बाद सड़क पर बने जलभराव ने एक मर्सिडीज को थमा दिया और अब यह मामला नगर निगम और कारोबारी के बीच कानूनी लड़ाई में बदल गया है। वसुंधरा सेक्टर-4 निवासी कारोबारी अमित किशोर ने नगर निगम गाजियाबाद पर नालों की सफाई में घोर लापरवाही और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक को कानूनी नोटिस भेजा है।

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जलभराव में फंस गई मर्सिडीज, कारोबारी ने नगर निगम को भेजा कानूनी नोटिस, 10 लाख हर्जाने की मांग

गाजियाबाद। बारिश के बाद सड़क पर बने जलभराव ने एक मर्सिडीज को थमा दिया और अब यह मामला नगर निगम और कारोबारी के बीच कानूनी लड़ाई में बदल गया है। वसुंधरा सेक्टर-4 निवासी कारोबारी अमित किशोर ने नगर निगम गाजियाबाद पर नालों की सफाई में घोर लापरवाही और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक को कानूनी नोटिस भेजा है।

मांग की गई है कि निगम मर्सिडीज कार की मरम्मत पर आए करीब ₹5 लाख खर्च की भरपाई करे और ₹5 लाख अतिरिक्त हर्जाना भी दे, साथ ही जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में ठोस कदम उठाए।

क्या है पूरा मामला

यह घटना 23 जुलाई 2025 की सुबह की है। कारोबारी अमित किशोर अपनी दिल्ली नंबर की मर्सिडीज कार से साहिबाबाद थाना क्षेत्र के लाजपत नगर से वसुंधरा जा रहे थे। इसी दौरान वसुंधरा मार्ग पर भारी बारिश के कारण गहरा जलभराव था। गाड़ी पानी में फंस गई और बंद हो गई।

बाद में क्रेन मंगाकर गाड़ी को बाहर निकाला गया और नोएडा स्थित एक सर्विस सेंटर में भेजा गया, जहां कार की मरम्मत में लगभग ₹5 लाख खर्च आया।

नगर आयुक्त को भेजा नोटिस

अमित किशोर ने अपने अधिवक्ता प्रेम प्रकाश के माध्यम से नगर आयुक्त को भेजे गए कानूनी नोटिस में कहा कि यह घटना नगर निगम की अयोग्यता और नालियों की समय पर सफाई न होने का परिणाम है। नोटिस में चेतावनी दी गई है कि यदि 15 दिनों के भीतर क्षतिपूर्ति और जवाब नहीं मिला, तो मामला उच्च न्यायालय, लोकायुक्त और अन्य कानूनी मंचों पर ले जाया जाएगा।

"यह सिर्फ कार की बात नहीं, यह नागरिक अधिकारों की लड़ाई है" — अमित किशोर

कारोबारी अमित किशोर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब हम टैक्स देते हैं, तो सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह नागरिकों को एक सुरक्षित और व्यवस्थित शहर दे। यह लड़ाई सिर्फ मेरी मर्सिडीज की नहीं, प्रशासनिक जवाबदेही की है।"

नगर निगम का जवाब: आरोप बेबुनियाद, तस्वीरें भी भ्रामक

दूसरी ओर, नगर निगम ने कारोबारी के आरोपों को तथ्यहीन, राजनीति से प्रेरित और दुर्भावनापूर्ण बताया है। निगम की ओर से जारी बयान में कहा गया अमित किशोर पेशेवर शिकायतकर्ता हैं। जिस कार की बात की जा रही है, वह दिल्ली नंबर की है और प्रस्तुत की गई तस्वीरों में जलभराव गाड़ी के टायर तक भी नहीं दिख रहा। कार में खराबी का वास्तविक कारण बारिश नहीं, तकनीकी समस्या भी हो सकती है।"

निगम का दावा है कि रिकॉर्ड बारिश के बावजूद ड्रोन मॉनिटरिंग, समय पर नालों की सफाई और पंप सेट की व्यवस्था की गई थी। अन्य एनसीआर शहरों की तुलना में गाजियाबाद में जलभराव सबसे कम रहा।