चेन्नई निगम महापौर प्रिया (Mayor Priya) ने बुधवार को निगम की साधारण बैठक में बताया कि आवारा श्वानों की बढ़ती संया को नियंत्रित करने के लिए व्यापक उपाय किए जाएंगे।
रिपन भवन में हुई बैठक में शून्य काल में वार्ड सदस्य कन्नन ने कहा, ’’आवारा श्वानों की संया दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जिस तरह श्वानों का संरक्षण ज़रूरी है, उतनी ही मानव सुरक्षा भी आवश्यक है। चूंकि आवारा कुत्तों की संया इतनी ज़्यादा है, इसलिए इनके लिए अलग बाड़ा बनाया जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि पहले 40,000 आवारा श्वान थे, अब वे 2 लाख हो चुके हैं। ऐसे में इनके बर्थ कंट्रोल पर सवाल उठता है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए महापौर प्रिया ने कहा प्रतिदिन केवल 85 आवारा श्वानों का ऑपरेशन किया गया है, तो परिषद सदस्य कन्नन ने बीच में ही टोकते हुए पूछा, ’क्या यह सर्जरी कारगर है? अगर हां, तो संया इतनी कैसे बढ़ सकती है?’
इसके बाद मेयर प्रिया ने कहा, ’’आवारा श्वानों को नियंत्रित करने के लिए केवल प्रजनन बंध्याकरण ही एकमात्र उपाय है। सरकार यथासंभव आवारा श्वानों को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही है। पशु प्रेमी आवारा श्वानों को बहुत ज़्यादा खाना खिलाते हैं, इसलिए एक निश्चित जगह पर उनकी संया बढ़ जाती है। मैं सांसदों से जब भी मिलती हूं आग्रह करती हूं कि आवारा श्वानों को नियंत्रित करने संबंधी कानून में संशोधन के उपाय करें।
एक अन्य सदस्य फ़ातिमा मुज़फ़्फ़र ने आरोप लगाया, ’’आवारा श्वानों का प्रजनन रुकवाने से वे काटना बंद नहीं करेंगे। अगर कोई श्वान काटता है, तो टीकाकरण और इलाज पर हज़ारों खर्च होते हैं। इसके पीछे एक बड़ा कॉर्पोरेट माफिया है। इसके लिए एक जांच समिति बनाई जानी चाहिए और इस समस्या का स्थाई समाधान निकाला जाना चाहिए।’’ मेयर ने जवाब दिया, ’’आवारा श्वानों की बढ़ती संया को नियंत्रित करने के लिए व्यापक कार्रवाई की जाएगी।’’
Published on:
31 Jul 2025 03:06 pm