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गर्मी, उमस के चलते निमोनिया, डायरिया और मच्छर जनित बीमारी को लेकर जांचें बढ़ीं

मौसम में लगातार आ रहे बदलाव का असर अब स्वास्थ्य पर दिखाई देने लगा है। दिन में गर्मी और उमस के कारण लगातार जुकाम, वायरल फीवर सहित मच्छर जनित बीमारी भी परेशान ....

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ग्वालियर . मौसम में लगातार आ रहे बदलाव का असर अब स्वास्थ्य पर दिखाई देने लगा है। दिन में गर्मी और उमस के कारण लगातार जुकाम, वायरल फीवर सहित मच्छर जनित बीमारी भी परेशान करने लगी हैं। कोल्ड कप, निमोनिया, डायरिया, टाइफाइड के साथ गंदे पानी की शिकायत से पीलिया के मरीज सामने आ रहे हैं। डॉक्टरों ने बताया, पिछले कुछ दिनों से लोगों को बुखार और कमजोरी की शिकायत आ रही है। ऐसे में बीमारी का पता करने के लिए सीबीसी (कम्पलीट ब्लड काउंट) जांच कराने की सलाह दे रहे हैं। इससे पता चलता है कि शरीर में संक्रमण है या नहीं।

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क्यों जरूरी है सीबीसी जांच

सीबीसी जांच से शरीर में प्लेटलेट््स की संख्या और हीमोग्लोबिन का स्तर पता चलता है। मौसमी बीमारियों, खासकर वायरल फीवर और डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से घट जाती है। समय रहते जांच कराने से बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकता है।

यहां हर दिन हो रही इतनी जांचें

जयारोग्य - 800
जिला अस्पताल - 300
सिविल अस्पताल - 300

सीबीसी जांच जरूरी

मौसमी बीमारी को देखते हुए इन दिनों सीबीसी जांच जरूरी हो गई है। इससे यह बढ़ गई है। इस समय डायरिया, निमोनिया, मच्छर जनित बीमारी बढ़ गई हैं।
डॉ अजय पाल सिंह, मेडिसिन विभाग जीआरएमसी