Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एनसीआर के 20 गांवों में नहीं होंगे पंचायत चुनाव, क्यों लिया गया परिसीमन से दूर रखने का फैसला?

Noida Development Authority: दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के 20 गांवों को नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में शामिल किया जाएगा। इससे इन गांवों में पंचायती व्यवस्‍था समाप्त हो जाएगी।

3 min read
Google source verification
Noida Development Authority: एनसीआर के 20 गांवों में नहीं होंगे पंचायत चुनाव, क्यों लिया गया परिसीमन से दूर रखने का फैसला?

ग्रेटर नोएडा के 20 गांवों में पंचायत चुनाव नहीं होंगे। (फोटो सोर्सः AI)

Noida Development Authority: ग्रेटर नोएडा के दादरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 20 गांवों में पंचायत व्यवस्था को समाप्त किया जाएगा। यह सभी गांव अब नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में शामिल होंगे। इसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। इसके साथ ही अब इन गांवों में ग्राम प्रधान के चुनाव भी नहीं होंगे। पंचायत चुनाव की प्रक्रिया से जुड़े परिसीमन के कार्य में इन गांवों को बाहर रखा जाएगा। यह बदलाव प्रशासन द्वारा की जा रही नीति के तहत किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य नए नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र को स्पष्ट रूप से परिभाषित करना है। प्रशासन ने इस संबंध में अपनी तैयारी शुरू कर दी है।

6 जून तक होगा परिसीमन का काम पूरा

नोएडा विकास प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि मौजूदा समय में पंचायत चुनाव को लेकर परिसीमन का कार्य चल रहा है। यह काम 6 जून तक पूरा कर लिया जाएगा। इस परिसीमन में इन गांवों को शामिल नहीं किया जाएगा। शासन को भेजी जाने वाली परिसीमन रिपोर्ट से इन गांवों को हटा दिया गया है। जल्द ही रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी। दादरी ब्लॉक के 20 गांवों में पंचायत व्यवस्था के खत्म होने के बाद ये गांव अब नए नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र में शामिल हो जाएंगे। इन गांवों में अब ग्राम पंचायतों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। यानी अब इन गांवों में ग्राम प्रधान के चुनाव नहीं होंगे।

इन गांवों में नहीं होंगे पंचायत चुनाव

नोएडा प्राधिकरण ने जिन 20 गांवों को अपने अधिसूचित क्षेत्र में शामिल करने का फैसला लिया है। उनमें आनंदपुर, राजपुर कलां, रधुनाथपुर पार्ट, फूलपुर, नंगला नैनसुख, मिलक खंदेडा, कोट, फजलपुर, देवटा, दयानगर, छांयसा, चीती, चीरसी, चंद्रावल, नई बस्ती, बील अकबुरपुर और आनंदपुर जैसे प्रमुख गांव शामिल हैं। इन गांवों के पंचायतों का खत्म होना स्थानीय प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

यह भी पढ़ें : दिल्ली पुलिस होने जा रही बड़ी भर्ती, सिपाही से लेकर सब इंस्पेक्टर तक बंपर वैकेंसी

पंचायतों की संख्या में कमी

जिले में वर्तमान में 82 ग्राम पंचायतें हैं, लेकिन इन 20 गांवों के नए नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र में शामिल होने के बाद पंचायतों की संख्या घटकर 62 रह जाएगी। इसका मतलब यह है कि इन 62 गांवों में ही अब पंचायत व्यवस्था का संचालन किया जाएगा, जबकि बाकी सभी गांव प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में शामिल होंगे। इसका परिणाम यह होगा कि इन गांवों के विकास कार्य अब डीपीआरओ विभाग के बजाय प्राधिकरण द्वारा किए जाएंगे।

ग्रेटर नोएडा के संपर्क मार्गों का सुधार

इसके साथ ही, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने क्षेत्र के गांवों के संपर्क मार्गों को दुरुस्त करने की योजना बनाई है। पहले चरण में, दनकौर के कुलीपुरा से पंचायतन और सिकंद्राबाद-दनकौर मार्ग से जुड़ने वाली चार प्रमुख सड़कों के लिए टेंडर जारी किए गए हैं। इन सड़कों को बेहतर बनाने के साथ-साथ जल निकासी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी। प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक नागेंद्र सिंह ने बताया कि इन संपर्क मार्गों का सर्वे कर उन्हें चिह्नित किया गया है, जिन्हें सबसे ज्यादा सुधार की जरूरत है।

यह भी पढ़ें : दिल्ली में एक नवंबर से लागू होगा नया नियम, सीएम रेखा ने लॉन्च किया ट्रिपल एक्‍शन प्लान, 2300 ई-ऑटो की एंट्री

कुलीपुरा से पंचायतन गांव तक की 300 मीटर लंबी सड़क को दुरुस्त करने के साथ-साथ दोनों तरफ जल निकासी के लिए आरसीसी नाली का निर्माण भी कराया जाएगा। सिकंद्राबाद-दनकौर मार्ग से जुड़ने वाली लगभग 3 किलोमीटर लंबी सड़क को चौड़ा करने के साथ जल निकासी के लिए नाली का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा, मंडी श्यामनगर से अस्तौली फाटक वाया देवटा तक सीसी सड़क के साथ नाली का निर्माण किया जाएगा। इन सड़कों के दुरुस्तीकरण के बाद गांवों के संपर्क मार्ग बेहतर हो जाएंगे, जिससे स्थानीय निवासियों को आवागमन में सुविधा होगी।

दो महीने के अंदर शुरू होंगे काम

प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक नागेंद्र सिंह ने एचटी को बताया कि प्राधिकरण का लक्ष्य यह है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी कर अगले दो माह में इन सभी कामों की शुरुआत हो जाए, ताकि जल्द से जल्द क्षेत्र का विकास हो सके। इसके अतिरिक्त, नॉलेज पार्क-5 में 45 मीटर चौड़ी सड़क के दोनों तरफ सर्विस मार्ग का निर्माण भी किया जाएगा, जिससे ट्रैफिक की समस्या को कम किया जा सके। इस निर्णय से स्थानीय प्रशासन को विकास कार्यों में मदद मिल सकती है और नए नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र को और अधिक व्यवस्थित किया जा सकेगा।