झारखंड में यूएई स्थित गिरोह के 5 लोग गिरफ्तार
झारखंड पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने ने बुधवार को एक महिला सहित पांच लोगों को जबरन वसूली रैकेट में कथित संलिप्तता और ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से भारत में हथियारों की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, यह समूह कोयलांचल शांति सेना (केएसएस) के नाम से संचालित होता था। कथित तौर पर प्रिंस खान के निर्देशन में चलाया जा रहा था, जो धनबाद का एक गैंगस्टर है और माना जाता है कि वह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में है।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए रांची सिटी एसपी पारस राणा ने बताया कि प्रिंस खान ने मोगा के पास पंजाब सीमा पर ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से हथियारों की आपूर्ति का समन्वय किया था। फिर कथित तौर पर इन हथियारों को एक अन्य आरोपी सुजीत सिन्हा से जुड़े स्थानीय गुर्गों की मदद से झारखंड भेजा गया। एक अधिकारी ने कहा कि हालांकि सुजीत सिन्हा फिलहाल जेल में है, लेकिन स्थानीय समन्वय का काम उसके आदमियों और पत्नी ने संभाला था। वे रसद, धमकियों और वितरण के लिए जिम्मेदार थे।
रांची सिटी एसपी ने बताया कि खान दुबई से झारखंड में लोगों को धमकी भरे वीडियो भेजता था। अधिकारी ने आगे बताया कि वह अपने साथियों से लोगों के घरों के बाहर वीडियो रिकॉर्ड करवाता था, जो बाद में उसे भेजे जाते थे। इन्हीं वीडियो के जरिए वह उद्योगपतियों और व्यापारियों को धमकाता था और कहता था, हमने तुम्हारा घर देखा है।
झारखंड के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि रांची पुलिस ने आधिकारिक तौर पर खुलासा किया है कि राज्य के आपराधिक गिरोह पाकिस्तान से हथियार मंगाकर वारदात अंजाम दे रहे हैं। यह बेहद गंभीर मामला है और उसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जानी चाहिए।
मरांडी ने कहा कि यह स्थिति झारखंड पुलिस और खुफिया एजेंसियों की घोर विफलता को उजागर करती है। भाजपा नेता ने कहा कि राज्य में रंगदारी और वसूली का तंत्र इस कदर मजबूत हो गया है कि धनबाद में ठेले-खोमचे वालों से लेकर बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों तक से खुलेआम रंगदारी मांगी जा रही है। बोकारो, जमशेदपुर और राजधानी रांची जैसे शहरों में व्यापारी समुदाय भय और असुरक्षा के माहौल में जी रहा है। कई व्यावासियों ने अपने प्रतिष्ठानों से मोबाइल नंबर तक हटा दिए हैं, जबकि कुछ लोग भयवश कारोबार बंदकर राज्य से पलायन कर चुके हैं।
Published on:
23 Oct 2025 08:58 pm
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