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Bihar Chunav: इन 5 सीटों को लेकर कांग्रेस-RJD के बीच चल रही खींचतान, लालू का संदेश लेकर दिल्ली पहुंचे तेजस्वी यादव

हार चुनाव को लेकर महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे पर लगभग सहमति बन गई है, लेकिन 5 सीटों को लेकर कांग्रेस और राजद के बीच बातचीत जारी है। तेजस्वी यादव दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं।

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tejshwi yadav

बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव फोटो-x/yadavtejashwi

बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत चल रही है। लगभग सभी सीटों पर बात फाइनल हो गई है, लेकिन 5 सीट को लेकर कांग्रेस और राजद के बीच पेंच फंसा है।

इस बीच, सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव शनिवार शाम दिल्ली के लिए रवाना हो गए। द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने राजद के एक वरिष्ठ नेता के हवाले से बताया कि तेजस्वी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का संदेश लेकर दिल्ली पहुंचे हैं।

दिल्ली में सीट बंटवारे को अंतिम रूप देंगे तेजस्वी

तेजस्वी यादव दिल्ली में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर सीट बंटवारे पर अटके सभी विवादों को खत्म करेंगे।

दूसरी तरफ, सूत्रों के हवाले से यह भी जानकारी उभरकर सामने आई है कि राजद और कांग्रेस के बीच जिन पांच सीटों पर पेंच फंसा है। उनमें बैसी, बहादुरगंज, रानीगंज, कहलगांव और सहरसा सीट शामिल हैं।

इन दोनों सीटों पर जीत दर्ज नहीं कर पाई थी कांग्रेस

यही वजह है कि सीट बंटवारे की घोषणा में देरी हो रही है। बता दें कि कांग्रेस ने 2020 में कहलगांव और बहादुरपुर सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज करने में नाकाम रही।

वहीं, सहरसा, बैसी और रानीगंज सीट पिछले बार राजद के खाते में थी। इस बार, कांग्रेस ने अपने कोटे से दो सीटें इंडिया इंक्लूसिव पार्टी (आईआईपी) को दी हैं। शुरू में यह पता चला था कि सहरसा सीट आईआईपी के हिस्से में जा सकती है।

राजद और कांग्रेस ने इस सीट पर ठोका दावा

सूत्रों के अनुसार, अब राजद ने इस सीट पर दावा ठोक दिया है। कांग्रेस ने कहलगांव सीट पर दावा ठोका है, जिस पर पिछले चुनावों में पार्टी ने ज्यादातर जीत हासिल की है।

पिछले साल कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा ने यह सीट जीत ली थी। सूत्रों के अनुसार, राजद इस सीट से चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन कांग्रेस इसे छोड़ने को तैयार नहीं है।

इन सीटों अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है कांग्रेस

वहीं, कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनावों में मुस्लिम बहुल इलाके में अपने प्रदर्शन का हवाला देते हुए सीमांचल क्षेत्र के बैसी और बहादुरगंज से अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है।

कांग्रेस के अब सीमांचल में तीन सांसद हैं। जिनमें किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया शामिल हैं। उधर, 2020 के विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने बैसी और बहादुरपुर सीटें जीती थीं।

बाद में ओवैसी की पार्टी के विधायक राजद में शामिल हो गए थे। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिल रही है कि राजद 2020 में रानीगंज सीट हारने के बावजूद उसे छोड़ने को तैयार नहीं है।