दिल्ली एनसीआर में बढ़ा AQI (File Photo)
Delhi AQI Level: सर्दी की दस्तक के साथ ही दिल्ली-एनसीआर की हवा फिर से जहरीली हो चली है। दिवाली के ठीक एक दिन पहले, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) कई इलाकों में 400 के पार पहुंच गया है, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है। धुंध की चादर ने शहर को लपेट लिया है, और सांस लेना मुश्किल हो गया है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, आज सुबह 5:30 बजे दिल्ली का समग्र AQI 274 पर था, जो 'खराब' श्रेणी में है, लेकिन कई मॉनिटरिंग स्टेशनों पर यह 426 तक पहुंच चुका है।
दिल्ली के कई हिस्सों में सुबह-सुबह ही हवा ने हद पार कर दी। आनंद विहार में AQI 426 दर्ज किया गया, जो पूरे NCR में सबसे ऊंचा है। अशोक विहार में 326 से 412 के बीच उतार-चढ़ाव देखा गया, जबकि वजीरपुर, जहांगीरपुरी, बावना, ओखला, विवेक विहार, द्वारका और सिरि फोर्ट जैसे इलाकों में AQI 300 से ऊपर रहा। आज सुबह अक्षरधाम के आसपास भी AQI 426 तक पहुंच गया, जहां धुंध इतनी घनी थी कि दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गई। इंडिया गेट के आसपास AQI 269 पर था, लेकिन वहां वाटर स्प्रिंकलर तैनात किए गए हैं।
दिल्ली की समस्या NCR तक फैल चुकी है। गाजियाबाद के लोनी में AQI 341, नोएडा के सेक्टर 125 में 342, और गुड़गांव के सेक्टर 51 में भी 342 दर्ज किया गया सभी 'बहुत खराब' श्रेणी में। फरीदाबाद थोड़ा बेहतर रहा, जहां AQI 190 (मध्यम) के आसपास था, लेकिन ग्रेटर नोएडा में 248 और गुरुग्राम में 258 पर 'खराब' स्तर बना हुआ है। नोएडा और गाजियाबाद में भी हालात चिंताजनक हैं, जहां AQI 298 और 324 के बीच रहा।
शहर/इलाका | AQI स्तर (19 अक्टूबर सुबह) | श्रेणी |
---|---|---|
दिल्ली (समग्र) | 274 | खराब |
आनंद विहार | 426 | गंभीर |
अक्षरधाम | 426 | गंभीर |
गाजियाबाद (लोनी) | 341 | बहुत खराब |
नोएडा (सेक्टर 125) | 342 | बहुत खराब |
गुरुग्राम (सेक्टर 51) | 342 | बहुत खराब |
फरीदाबाद | 190 | मध्यम |
पराली से लेकर पटाखों तक वाहनों के धुएं (15.6% योगदान), निर्माण कार्य, और पड़ोसी राज्यों से आने वाली पराली जलाने की घटनाएं मुख्य वजहें हैं। हवा की गति कम होने और तापमान गिरने से प्रदूषक हवा में जमा हो रहे हैं। कल (18 अक्टूबर) समग्र AQI 268 था, जो आज बढ़कर 274 हो गया।
विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान AQI स्तर पर सांस लेना 6-7 सिगरेट पीने के बराबर है। अस्थमा, हृदय रोग, एलर्जी और COPD के मरीजों को तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। AIIMS की डॉ. उमा कुमार ने कहा, "प्रदूषित इलाकों में रहने वालों में रूमेटॉइड आर्थराइटिस के केस बढ़ रहे हैं।"
Published on:
19 Oct 2025 11:59 am
बड़ी खबरें
View Allराष्ट्रीय
ट्रेंडिंग