प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री साने ताकाइची। (फोटो: ANI.)
Sanae Takaichi PM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री साने ताकाइची (First Female Japan PM )को दिल से बधाई दी ( Modi Congratulates Japan) है। मोदी ने कहा कि भारत-जापान का रिश्ता (India Japan Partnership) हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और समृद्धि का आधार बनेगा। यह बधाई दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का संकेत है। ताकाइची का चुनाव जापान के इतिहास में मील का पत्थर है, और मोदी की प्रतिक्रिया से वैश्विक स्तर पर दोनों देशों का सहयोग मजबूत होगा। मंगलवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए मोदी ने लिखा कि ताकाइची के साथ मिल कर विशेष रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने को उत्सुक हैं। उन्होंने जोर दिया कि गहरे होते रिश्ते क्षेत्रीय स्थिरता के लिए जरूरी हैं। यह बधाई साने ताकाइची (Sanae Takaichi PM) के चुनाव के तुरंत बाद आई, जो भारत-जापान के लंबे सहयोग की याद दिलाती है। मोदी ने ताकाइची को "महान बुद्धि वाली महिला" कहा था, जो अब पीएम बन गई हैं। यह संदेश दोनों देशों के बीच आर्थिक, रक्षा और तकनीकी साझेदारी को बढ़ावा देगा।
ताकाइची ने एलडीपी सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि हर पीढ़ी को एकजुट कर जापान का पुनर्निर्माण करेंगी। उन्होंने "कार्य-जीवन संतुलन" को त्यागने का ऐलान किया और कहा, "मैं काम करूंगी, काम करूंगी।" 64 वर्षीय ताकाइची ने वादा किया कि विशेषज्ञता के साथ अथक परिश्रम से पार्टी और देश को मजबूत करेंगी। उन्होंने मार्गदर्शन की अपील की, जो उनकी विनम्रता दिखाता है। यह भाषण जापान की आर्थिक चुनौतियों पर फोकस करता है, जहां मुद्रास्फीति और घोटाले बड़ी समस्या हैं।
ताकाइची को दुनिया भर से बधाइयां मिल रही हैं। संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने कहा कि यूएई-जापान साझेदारी को और गहरा करने को उत्सुक हैं। उन्होंने ताकाइची को प्रगति की कामना दी। यह बधाई वैश्विक स्तर पर ताकाइची की स्वीकृति दिखाती है। ताकाइची, जो शिंजो आबे की शिष्या हैं, कट्टरपंथी विचारों वाली हैं, लेकिन महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं।
जापान की संसद ने ताकाइची को 237 वोट देकर पीएम चुना, जो 149 वोटों वाले विपक्षी नेता योशिहिको नोडा से ज्यादा थे। यह उनकी तीसरी कोशिश थी। एलडीपी ने जापान इनोवेशन पार्टी (जेआईपी) के साथ गठबंधन किया, जो बहुमत से दो कदम पीछे था। ताकाइची ने ओसाका के गवर्नर हिरोफुमी योशिमुरा के साथ समझौता किया। पहले दौर में ही जीत से दूसरी वोटिंग टली। यह चुनाव एलडीपी के घोटालों के बाद आया, जो पार्टी को एकजुट करने की चुनौती देता है।
बहरहाल ताकाइची के सामने सुस्त अर्थव्यवस्था, पार्टी एकता, और क्षेत्रीय तनाव हैं। वे "अबेनॉमिक्स" को आगे बढ़ाएंगी। भारत-जापान साझेदारी से दोनों देश लाभान्वित होंगे। मोदी की बधाई से रक्षा और व्यापार सहयोग बढ़ेगा। ताकाइची का कार्यकाल जापान को नई दिशा दे सकता है। (ANI)
Published on:
21 Oct 2025 05:34 pm
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