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अबू धाबी जा रही Indigo फ्लाइट वापस लौटी, इस वजह से 180 से ज्यादा लोगों की करवाई इमरजेंसी लैंडिंग

Indigo Flight Emergency Landing: इंडिगो की फ्लाइट कोच्चि से अबू धाबी के लिए रवाना हुई थी, इसी बीच तकनीकी खराबी के कारण उड़ान भरने के महज दो घंटे बाद आपातकालीन लैंडिंग करवानी पड़ी।

2 min read

भारत

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Devika Chatraj

Sep 06, 2025

Indigo Flight Emergency Landing

इंडिगो की लखनऊ-दिल्ली फ्लाइट रनवे पर तेज रफ्तार भरने के बाद भी हवा में ऊपर नहीं उठ पाई। (ANI)

इंडिगो (Indigo) की फ्लाइट 6E-1403, जो कोच्चि से अबू धाबी के लिए रवाना हुई थी, को तकनीकी खराबी के कारण उड़ान भरने के महज दो घंटे बाद कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। इस विमान में 180 से अधिक यात्री और छह क्रू मेंबर सवार थे। यह घटना शुक्रवार देर रात 11:10 बजे उड़ान भरने के बाद शनिवार तड़के 1:44 बजे हुई, जब पायलट ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विमान को वापस लौटाने का फैसला किया।

क्या थी तकनीकी खराबी?

सूत्रों के मुताबिक, फ्लाइट में तकनीकी समस्या का पता चलने के बाद पायलट ने तुरंत हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) से संपर्क किया और कोच्चि लौटने की अनुमति मांगी। हालांकि, इंडिगो ने अभी तक खराबी की सटीक वजह का खुलासा नहीं किया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह विमान एक एयरबस A320 नियो था, और इसकी तकनीकी जांच शुरू कर दी गई है।

यात्रियों की सुरक्षा के लिए फैसला

लैंडिंग के बाद सभी यात्रियों और क्रू मेंबर्स को सुरक्षित उतारा गया। इंडिगो ने यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए तुरंत एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की, जो सुबह 3:30 बजे अबू धाबी के लिए रवाना हुआ। नए विमान में नए क्रू मेंबर्स तैनात किए गए, क्योंकि पिछले क्रू का ड्यूटी समय सीमा समाप्त हो चुकी थी।

इंडिगो का आधिकारिक बयान

इंडिगो ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, "हमारी फ्लाइट 6E-1403 को तकनीकी कारणों से कोच्चि वापस लौटना पड़ा। यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, और सभी जरूरी कदम उठाए गए। हम असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं और यात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

सुरक्षा प्रोटोकॉल की अहमियत

यह घटना विमानन क्षेत्र में सुरक्षा प्रोटोकॉल के महत्व को रेखांकित करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी परिस्थितियों में त्वरित निर्णय और मजबूत सुरक्षा उपाय यात्रियों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाते हैं।