दुर्गापुर सामूहिक बलात्कार मामला
Durgapur gang rape case: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे देश का ध्यान खींच लिया है। एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म (Durgapur gang rape case) करने का मामला सामने आया है, जिसमें मुख्य आरोपी को पीड़िता की बहन की मदद से पकड़ लिया गया। पुलिस अब अपराध स्थल का सीन री क्रिएट करने की तैयारी कर रही है। यह घटना राजनीतिक हलचल भी मचा रही है, जहां ममता बनर्जी सरकार (Mamata Banerjee government) की आलोचना हो रही है।
दुर्गापुर के बिद्हान नगर इलाके में 12 वर्षीय लड़की को उसके ही परिचितों ने निशाना बनाया। आरोपी रवि तिवारी और उसके साथी राजू ने पीड़िता को लुभाने के लिए उसके मोबाइल फोन का लालच दिया। वे 9 अक्टूबर को उसे एक सुनसान जगह ले गए, जहां उन्होंने दुष्कर्म किया। पीड़िता ने घर लौट कर अपनी मां को पूरी बात बताई, जिसके बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। यह केस बाल यौन शोषण का गंभीर उदाहरण है, जो समाज में सुरक्षा की कमी उजागर करता है।
मुख्य आरोपी रवि तिवारी को पकड़ना आसान नहीं था। पीड़िता की बहन ने चालाकी दिखाई और आरोपी को फंसाने के लिए एक फर्जी प्रोफाइल बनाई। उसने रवि को मैसेज भेज कर मिलने का बहाना किया। जब रवि आया, तो बहन ने पुलिस को सूचना दे दी। इस तरह, 13 अक्टूबर को रवि को गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरा आरोपी राजू भी जल्द पकड़ा जाएगा। बहन की यह बहादुरी पूरे परिवार और समाज के लिए प्रेरणा बनी हुई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ POCSO एक्ट और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ के बाद अब अपराध स्थल पर सीन री क्रिएट करेगी। इससे पूरी सच्चाई सामने आएगी और अन्य संभावित सहयोगियों के बारे में पता चलेगा। दुर्गापुर पुलिस ने कहा कि जांच तेजी से चल रही है और पीड़िता को चिकित्सा सहायता दी जा रही है। राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और विशेष टीम गठित की है। यह कदम पीड़िता को न्याय दिलाने में मददगार साबित होगा।
इस घटना से बंगाल की सियासत गरमा गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दोषियों को सख्त सजा मिलेगी और सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए कदम उठाएगी। टीएमसी ने इसे "सामाजिक समस्या" बताया, लेकिन बीजेपी ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने ममता को घेरा और कहा कि बंगाल में अपराध बढ़ रहे हैं। यह विवाद चुनावी माहौल को और तीखा कर सकता है। विपक्ष ने विधानसभा में चर्चा की मांग की है।
बहरहाल यह मामला महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जागरूकता अभियान और सख्त कानून लागू करने की जरूरत है। पीड़िता के परिवार को समर्थन मिल रहा है, लेकिन समाज को मिल कर ऐसे अपराधों को रोकना होगा। सरकार ने हैल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, ताकि लोग तुरंत मदद मांग सकें। यह घटना पूरे देश के लिए एक सबक है कि सतर्क रहना कितना जरूरी है।
Updated on:
14 Oct 2025 03:10 pm
Published on:
14 Oct 2025 03:09 pm
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