'द प्लुरल्स पार्टी' की संस्थापक पुष्पम प्रिया चौधरी। फोटो- X
लंदन से पढ़कर बिहार की राजनीति में उतरने वाली पुष्पम प्रिया इस चुनाव में भी काफी सुर्खियां बटोर रही हैं। पुष्पम प्रिया चौधरी की 'द प्लुरल्स पार्टी' बिहार चुनाव 2025 में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
वहीं, पुष्पम प्रिया खुद इस बार दरभंगा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी महिलाओं को आगे लाने पर ध्यान देगी और 122 सीटों पर महिला उम्मीदवार उतारेगी।
पुष्पम प्रिया ने कहा कि वे मास्क तब उतारेंगी जब वह चुनाव जीत जाएंगी या कोई पार्टी महिला को मुख्यमंत्री पद के लिए आगे करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य बिहार के विकास को बढ़ावा देना और युवाओं को रोजगार देना है।
पुष्पम प्रिया चौधरी बिहार की 'द प्लुरल्स पार्टी' की संस्थापक हैं। वे पूर्व जनता दल (यूनाइटेड) एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी हैं। वे नीतीश कुमार के करीबी थे और दरभंगा ग्रेजुएट निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए।
पुष्पम प्रिया पहले लंदन में रहती थीं। राजनीति में प्रवेश करने से पहले, उन्होंने बिहार सरकार के पर्यटन और स्वास्थ्य विभागों में सलाहकार के रूप में काम किया।
उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स से डेवलपमेंट स्टडीज में एमए और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमपीए किया है। मार्च 2020 में उन्होंने प्लुरल्स पार्टी की स्थापना की।
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया। साथ ही, उन्होंने बिस्फी (मधुबनी) और बांकीपुर (पटना) सीटों से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं। उस चुनाव में उनका वादा था कि वे बिहार को 2030 तक यूरोप जैसा विकसित राज्य बना देंगी।
यूके से लौटकर उन्होंने बिहार की पारंपरिक राजनीति को चुनौती दी, जहां जातिवाद और परिवारवाद हावी है। वे अक्सर काले कपड़े और मास्क में नजर आती हैं, जो उनकी पहचान बन गई है। 2025 के बिहार चुनाव में भी उनकी पार्टी सक्रिय है, हालांकि वे मुख्यधारा के गठबंधनों से अलग हैं।
पुष्पम के चाचा, बिनय कुमार चौधरी जेडीयू के वर्तमान विधायक हैं। बेनीपुर सीट से उन्होंने 2020 में जीत दर्ज की थी। परिवार की राजनीतिक विरासत जेडीयू से जुड़ी है, लेकिन पुष्पम ने स्वतंत्र रास्ता चुना।
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पुष्पम प्रिया ने अपने हलफनामे में संपत्ति का ब्यौरा दिया था। जिसके मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 15 लाख रुपये है। जबकि लगभग पांच लाख रुपये का कर्ज है।
Published on:
19 Oct 2025 03:01 pm
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