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मक्का को 2000, करेली में गुड़ को मिला 5151 रु. प्रति क्विंटल का भाव

नरसिंहपुर में मुहुर्त के दिन मक्का को २००० रुपए प्रति क्विंटल का दाम मिला तो वहीं करेली में गुड़ ५१५१ रुपए प्रति क्विंटल तक बिका। नरसिंहपुर मंडी में इस बार मक्का की तेज आवक रही। हालांकि मुहुर्त के सौदों में चना की उपज की नीलाम हुई। जो अधिकतम ६०५९ रुपए प्रति क्विंटल रही। वहीं चना के न्यूनतम दाम ५२००-५३००० रुपए प्रति क्विंटल के बीच रहे। यहां की मक्के के दाम करेली की अपेक्षा थोड़े तेज रहे। नीलामी के दौरान मक्का १५०० से २००० रुपए क्विंटल तक बिका। मंडी परिसर में ट्रॉलियों की कतारें लगीं और खरीदारों ने नई फसल का गुणवत्ता परीक्षण करते हुए मुहुर्त के सौदे किए।

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नरसिंहपुर. दीपावली के बाद जिले की कृषि उपज मंडियों में पारंपरिक रूप से हुए दोज पूजन और मुहुर्त के सौदों के साथ नए साल के कारोबार की शुरुआत हो गई। हर साल की तरह इस बार भी मंडियों में किसानों और व्यापारियों के बीच उत्साह का माहौल रहा। कहीं नई फसल की आवक रही तो कहीं गुड़ की मिठास ने बाजारों को गुलजार कर दिया। नरसिंहपुर में मुहुर्त के दिन मक्का को २००० रुपए प्रति क्विंटल का दाम मिला तो वहीं करेली में गुड़ ५१५१ रुपए प्रति क्विंटल तक बिका।
नरसिंहपुर मंडी में इस बार मक्का की तेज आवक रही। हालांकि मुहुर्त के सौदों में चना की उपज की नीलाम हुई। जो अधिकतम ६०५९ रुपए प्रति क्विंटल रही। वहीं चना के न्यूनतम दाम ५२००-५३००० रुपए प्रति क्विंटल के बीच रहे। यहां की मक्के के दाम करेली की अपेक्षा थोड़े तेज रहे। नीलामी के दौरान मक्का १५०० से २००० रुपए क्विंटल तक बिका। मंडी परिसर में ट्रॉलियों की कतारें लगीं और खरीदारों ने नई फसल का गुणवत्ता परीक्षण करते हुए मुहुर्त के सौदे किए। किसानों ने बताया कि इस बार फसल की पैदावार अच्छी होने से मंडी में रौनक बनी रहेगी। यहां सभी जिंसों को मिलाकर लगभग ५००० बोरा की आवक दर्ज की गई। जिले की अन्य मंडियों, सालीचौका, सांईखेड़ा, तेंदूखेड़ा और गोटेगांव में भी दोज पूजन के साथ नए वित्तीय वर्ष का शुभारंभ किया गया। मंडी परिसर में पूजा-अर्चना के बाद व्यापारियों ने कहा कि यह शुभ दिन पूरे साल भर के बेहतर कारोबार की नींव रखता है। किसानों ने उम्मीद जताई कि मौसम अनुकूल रहा तो इस साल अनाज और तिलहनों के अच्छे दाम मिलेंगे।
करेली मंडी में पहुंचा नया गुड़, वातावरण में घुली मिठास
करेली मंडी में परंपरागत गुड़ बाजार की शुरुआत के साथ सीजन की मिठास घुल गई। किसानों और व्यापारियों ने गुड़ के विभिन्न प्रकार देशी और भट्टी के लॉट लगाए। यहां सबसे पहले मंडी परिसर में स्थित मां अन्नपूर्णा के मंदिर में व्यापारियों, मंडी प्रशासन और किसानों ने मिलकर अन्नपूर्णा का विधिवत पूजन-अर्चन किया। इसके नीलामी की प्रक्रिया आरंभ हुई। पहले ही दिन में गुड़ के कई थोक सौदे हुए। यहां मुहुर्त के दिन गुड़ की आवक करीब २२० क्ंिवटल रही। वहीं गुड़ के अधिकतम ५१३१ रुपए प्रति क्विंटल और न्यूनतम दाम ४२०० रुपए प्रति क्विंटल तक रहे। इसी प्रकार अन्य जिसों में चना 3810 से 6351, आवक 4270 बोरी, मसूर 4660 से 6601, आवक- 880 बोरी, बटरी 2300 से 4926,आवक- 260 बोरी, तुअर 5815 से 6800 आवक 620 बोरी, उड़द 4050 से 6040, आवक-340 बोरी, मूंग नई 5600-8800, आवक-50 बोरी, गेहूं2424-2611, आवक-60 बोरी, सोयाबीन 3000 से 4721,आवक-3200 बोरी, मक्का 1022 से 1788 रहा। गुरुवार को करेली मंडी में कुल आवक लगभग ३४०० बोरी दर्ज की गई।
गाडरवारा में भी बंपर आवक के साथ हुए सौदा
गाडरवारा मंडी में भी अनाज की बंपर आवक रही। इस बार धान के मुहुर्त सौदों से कारोबार की शुरुआत हुई। किसानों द्वारा लाई गई नई फ सल की बोरियों के साथ मंडी में हल्दी और अक्षत से शुभारंभ किया गया। व्यापारी संघ और मंडी समिति के अधिकारियों की मौजूदगी में हुए पहले सौदे ने पूरे मंडी परिसर में रौनक भर दी। गाडरवारा कृषि उपज मंडी में गुरुवार 23 अक्टूबर को विभिन्न जिंसों की कुल 6371.3 क्विंटल उपज विक्रय के लिए पहुंची। मंडी में किसानों और व्यापारियों के बीच दिनभर जोरदार खरीदी- बिक्री का दौर चला। मंडी रिपोर्ट के अनुसार धान की सर्वाधिक आवक 3452 क्विंटल रही। जिसके भाव 3301 से 5901 रुपये प्रति क्विंटल तक बोले गए। मंडी अधिकारियों के अनुसार दोज पूजन के साथ आवक में बढ़ोतरी के साथ खरीदी में भी तेजी आई है। दीपावली के बाद फ सल के नए सीजन की शुरुआत से व्यापारिक गतिविधियां फिर रफ्तार पकड़ रही हैं।

किसानों से सोयाबीन की भावांतर योजना से खरीदी आज से
नरसिंहपुर. जिले में भावांतर योजना के तहत पंजीकृत १३५३० किसानों से सोयाबीन की खरीद करने आज शुक्रवार से कार्य शुरू होगा। किसानों को पर्ची-आधार कार्ड लेकर पहुंचना होगा। प्रशासन की निगरानी में बोली लगेगी। खरीदी से भुगतान तक की सारी प्रक्रिया को पारदर्शिता के साथ कराने प्रशासन ने खासे प्रबंध किए हैं।
भावांतर भुगतान योजना के तहत जिले भर की कृषि उपज मंडियों में आज शुक्रवार से सोयाबीन की खरीदी प्रक्रिया शुरू होगी। पंजीकृत सोयाबीन उत्पादक किसानों को पंजीयन की पर्ची के साथ आधार कार्ड लेकर मंडी आना होगा। मंडी गेट पर इन दस्तावेजों की पोर्टल पर सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही प्रवेश मिलेगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल पंजीकृत किसान ही योजना का लाभ उठा सकें। फ सल की बिक्री के बाद किसान को भुगतान पूरी तरह ई-पेमेंट के माध्यम से होगा। व्यापारी द्वारा भुगतान किसान की पंजीयन पर्ची में दर्ज बैंक खाते में सीधे ट्रांसफ र किया जाएगा। इसी खाते में आगे चलकर भावांतर की राशि भी जमा की जाएगी। १३५३० किसानों ने कराया पंजीयन- जिले में अब तक 13,530 किसानों ने भावांतर योजना के लिए पंजीयन कराया है। प्रशासन का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक किसान इस योजना से लाभान्वित हों। इधर कलेक्टर रजनी सिंह ने भावांतर योजना के सुचारू क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों की बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने मंडियों में किसानों की सुविधा, तोल व्यवस्था, परिवहन और भुगतान प्रक्रिया को प्राथमिकता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि योजना का उद्देश्य किसानों को बाजार की अनिश्चितता से राहत देना है और शासन की यह प्राथमिकता है कि हर पात्र किसान को समय पर उचित मूल्य और भावांतर राशि का लाभ मिले।