कागजों पर अटके करोड़ों के प्रोजेक्ट
नरसिंहपुर. जिले में अधोसंरचना विकास के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक निगरानी के अभाव में अधिकांश प्रोजेक्ट समय-सीमा निकल जाने के बाद भी अधूरे पड़े हैं। निर्माण कार्यों की सुस्त रफ्तार से न केवल लागत बढ़ रही है, बल्कि आमजन को रोजमर्रा की परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है।
अधूरे ओवरब्रिज व सडक़ें-नरसिंहपुर-गाडरवारा और चीचली क्षेत्रों में ओवरब्रिज निर्माण कार्य वर्षों से अटका हुआ है। रेलवे क्रॉसिंग पर बन रहा ओवरब्रिज यातायात में बाधा बना हुआ है। इसी तरह प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत धमना-मुराछ गांव के बीच करीब एक करोड़ की लागत से बन रहा पुल अब तक अधूरा है, जिससे हर बारिश में गांव का संपर्क टूट जाता है।
जलावर्धन योजनाओं की धीमी रफ्तार- नरसिंहपुर गाडरवारा और साइंखेड़ा में करोड़ों की लागत से जलावर्धन योजनाएं शुरू की गईं, लेकिन 2-3 साल बीत जाने के बाद भी शहरों में पानी सप्लाई शुरू नहीं हो सकी। नरसिंहपुर में योजना का लोकार्पण हो चुका है, फिर भी नागरिक पानी के लिए तरस रहे हैं। सांईखेड़ा और गाडरवारा में अंडरग्राउंड पाइप लाइन डालने के लिए सडक़ों की खुदाई से आमजन परेशान हैं।
टेंडर के बाद भी काम ठप- नगर पालिका द्वारा रोड, तालाब और बस स्टैंड जैसी योजनाओं के टेंडर हो चुके हैं, लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया है। शहर को गंदगी से मुक्त करने के लिए सीवरेज लाइन का काम पांच साल बाद भी अधूरा है। इसकी समय-सीमा दिसंबर 2020 थी, लेकिन अब भी कोई स्पष्ट समय तय नहीं है।
अधूरे पुल और पुलिया बनी मुसीबत-ग्रामीण अंचल में पुल-पुलिया निर्माण कार्य अधूरा छोड़ देने से आवागमन बाधित है। इमलिया-जैथारी मार्ग पर 6 करोड़ की लागत से 2020 में बनने वाला पुल अब तक अधूरा है। बारिश के समय गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट जाता है। सुरगी-बसेड़ी मार्ग पर बारूरेवा नदी पर 2 करोड़ की लागत से बन रहा पुल भी वर्षों से अधूरा है।
सांकल तिराहा-गोटेगांव सीसी रोड-63.21 करोड़ की लागत से 41.90 किमी लंबी सीसी सडक़ का निर्माण 2020 में शुरू होकर जून 2023 में पूरा होना था। लेकिन 2025 तक भी सडक़ का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। सडक़ पर जगह-जगह गड्ढे और दरारें पडऩे लगी हैं, जिससे निर्माण गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
ऊमरपानी पुलिया की समस्या-करेली तहसील के ग्राम ऊमरपानी में करीब ६ साल पहले बनी प्रधानमंत्री सडक़ की पुलिया क्षतिग्रस्त होने से पानी की निकासी बंद हो गई है। शिकायतों के बावजूद विभाग ने सुधार नहीं किया जा सका है। जिससे हर साल बारिश में घरों में जलभराव की स्थिति बनती है।
जिम्मेदार बेपरवाह
जिले में चल रहे अधोसंरचनात्मक निर्माण कार्यों को लेकर निर्माण एजेंसियों के जिम्मेदार अधिकारी बेपरवाह बने हुए है। इन निर्माण कार्यों की प्रगति और पूर्णता को लेकर जब लोनिवि के एसडीओ राजेश श्रीवास्तव से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन बार-बार रिंग जाने के बाद भी उन्होने फोन रिसीव नहीं किया। इसी प्रकार सेतुनिगम के एसडीओ आरके जैन से भी जब संपर्क करने का प्रयास किया जाता है तो उनका फोन भी रिसीव नहीं होता है।
जिले के अधूरे प्रोजेक्ट
प्रोजेक्ट का नाम लागत समय सीमा वर्तमान स्थिति
सांकल रोड 63.21 करोड़ जून 2023 अधूरा
सीवरेज लाइन ८७करोड़ दिस 2020 अधूरा
नरसिंहपुर
जलावर्धन योजना करोड़ों में 2-३साल से अधूरी
नरसिंहपुर
रेलवे ओवरब्रिज करोड़ों में समय सीमा पार अधूरा
नरसिंहपुर
धमना-मुराछ गांव पुल 1 करोड़ समय सीमा पार अपूर्ण
इमलिया-जैथारी पुल 6 करोड़ 2020 अधूरा
सुरगी-बसेड़ी पुल 2 करोड़ समय सीमा पार अधूरा
ऊमरपानी पुलिया लागत स्पष्ट नहीं ६साल पुराना निर्माण क्षतिग्रस्त
Published on:
07 Oct 2025 03:14 pm
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