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दीपावली-छठ पर रेलों में अफरा-तफरी, प्लेटफॉर्म पर फंसे यात्री, ट्रेनें फुल तो बसों में मची भगदड़

Diwali Chhath Train Rush: दीपावली और छठ पर्व पर घर लौटने वालों की भारी भीड़ से रेलवे स्टेशन ठसाठस भरे हैं। गोरखपुर, वाराणसी, पटना जाने वाली ट्रेनों में स्लीपर से लेकर एसी तक सभी कोच फुल हैं।

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diwali chhath train rush 2025 special trains full passengers crowd

दीपावली-छठ पर रेलों में अफरा-तफरी | AI Generated Image

Diwali chhath train rush 2025 special trains full: दीपावली और छठ पर्व पर घर लौटने वालों की ऐसी भीड़ उमड़ी कि रेलवे स्टेशन मानो मेला बन गए। गोरखपुर, वाराणसी, पटना समेत पूर्व की ओर जाने वाली ट्रेनों में पैर रखने की जगह तक नहीं बची।

नियमित ट्रेनों में तो हफ्तों पहले ही "नो रूम" की स्थिति बन चुकी थी और अब फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें भी पूरी तरह पैक हैं। रेलवे प्रशासन ने लगभग 50 से ज्यादा विशेष ट्रेनें चलाईं, लेकिन भीड़ का दबाव इतना है कि ये ट्रेनें भी यात्रियों के सैलाब में डूब गईं। स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर सैकड़ों यात्री फर्श पर बैठकर ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं, तो कई लोग सामान्य डिब्बों के दरवाजों तक लटके दिखाई दे रहे हैं।

AC से स्लीपर तक सभी कोच फुल

गोरखपुर, वाराणसी और पटना जाने वाली ट्रेनों में आरक्षण पूरी तरह बंद हो चुका है। मुरादाबाद होकर गुजरने वाली (04010), (04016), (05580) और (03224) जैसी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों में स्लीपर से लेकर एसी तक कोई सीट खाली नहीं है। यात्रियों के अनुसार, 15 दिन पहले तक स्पेशल ट्रेनों में टिकट आसानी से मिल जाते थे, लेकिन अब ‘रीग्रेट’ तक की स्थिति बन चुकी है। कई यात्रियों को जनरल कोच में जगह पाने के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। अनारक्षित डिब्बों में हालात इतने बिगड़े हैं कि यात्री शौचालय तक में बैठने को मजबूर हैं।

लोकप्रिय ट्रेनों पर यात्रियों की ‘फुल लोडिंग’

श्रमजीवी एक्सप्रेस, अवध-असम, काशी विश्वनाथ, उपासना, किसान और सियालदह एक्सप्रेस जैसी सभी प्रमुख ट्रेनें फुल हैं। देहरादून से वाराणसी के बीच चलने वाली (04656) और (04505) स्पेशल ट्रेन में भी "नो रूम" की स्थिति है। पटना जाने वाली (04504) ट्रेन में एक भी सीट खाली नहीं बची। रेलवे अधिकारियों ने साफ कहा है कि छठ पूजा तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद नहीं है। भारी भीड़ को संभालने के लिए अतिरिक्त बुकिंग काउंटर, आरक्षण हेल्पडेस्क और प्लेटफॉर्म गश्त बढ़ाई गई है, लेकिन यात्रियों की संख्या बढ़ने से हालात नियंत्रण से बाहर हैं।

ट्रेनें फुल, तो बसों में मची भगदड़

ट्रेन में सीट न मिलने से अब यात्रियों ने बसों का रुख कर लिया है। लखनऊ, कानपुर, सीतापुर, हरिद्वार, अलीगढ़ जैसे शहरों को जाने वाली बसें पूरी तरह भरकर रवाना हो रही हैं। दिल्ली, देहरादून और गाजियाबाद से आने वाली बसों में भी यात्रियों की भीड़ ठसाठस है।

मुरादाबाद में पढ़ने वाले छात्र, कामकाजी लोग और प्रवासी मजदूर किसी भी तरह घर पहुंचने की जद्दोजहद में हैं। कई यात्रियों को घंटों बस स्टैंड पर खड़ा रहना पड़ रहा है, तो कुछ लोग ओवरलोड बसों में लटककर सफर करने को मजबूर हैं। त्योहार की खुशियों के बीच सफर की यह मशक्कत यात्रियों के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं।


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