बीवी-बच्चों ने नमाज पढ़ी तो कर लूंगा सुसाइड | AI Generated Image
Moradabad News Today In Hindi: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के थाना कटघर क्षेत्र की यह कहानी एक धार्मिक और भावनात्मक संघर्ष की है। पेशे से भजन गायक भानू प्रताप सिंह की जिंदगी तब हिल गई जब उनकी पत्नी स्वाति ने 23 साल की शादी के बाद धर्म बदल लिया और मुस्लिम बॉयफ्रेंड के साथ भाग गई। भानू प्रताप का कहना है कि अगर उनकी बीवी या बच्चे नमाज पढ़ेंगे, तो वे सुसाइड कर लेंगे।
भानू प्रताप सिंह भजन गायकी के क्षेत्र में पहचाना हुआ नाम हैं। उन्होंने बताया कि शादी के शुरुआती दिनों में वह अपनी पत्नी स्वाति को भी साथ लेकर मुंबई गए थे। वहां उन्होंने स्वाति को गाना सिखाया और दोनों कई होटलों और आयोजनों में परफॉर्म करने लगे। लेकिन 18 साल मुंबई में रहने के बाद जब वे मुरादाबाद लौटे, तो जिंदगी ने करवट बदल दी।
दो साल पहले भानू प्रताप को वृंदावन के एक आश्रम में भजन गाने का अवसर मिला, जिसके चलते वे परिवार से दूर रहने लगे। इसी दौरान उनकी पत्नी स्वाति ने अचानक पैतृक घर छोड़कर किराए पर नया घर ले लिया। वह पति को बिना बताए बार-बार मकान बदलती रही।
पुलिस जांच में सामने आया कि स्वाति की जिंदगी में फेसबुक के जरिए एक नई शख्सियत की एंट्री हुई। पहले नसरीन नाम की महिला उसकी दोस्त बनी, जिसने स्वाति की मुलाकात अपने जानकार लक्की उर्फ अजहर से कराई। धीरे-धीरे यह रिश्ता दोस्ती से बढ़कर प्यार में बदल गया।
अजहर ने स्वाति को समझाया कि पूजा-पाठ से कुछ नहीं होता। उसने इस्लाम की अच्छाइयां बताकर उसे प्रभावित किया। नतीजतन, स्वाति ने पूजा छोड़कर नमाज पढ़ना शुरू कर दिया। अजहर बच्चों को भी नॉनवेज खिलाने लगा और उन्हें उपहार देकर अपने करीब कर लिया।
स्वाति के बड़े बेटे देवराज को अजहर ने लैपटॉप गिफ्ट किया, जबकि छोटे बच्चों को तरह-तरह के तोहफे दिए। धीरे-धीरे बच्चे भी अजहर के संपर्क में आने लगे और पिता से सारी बात छिपाने लगे।
6 अक्टूबर की रात भानू प्रताप एक माता के जागरण में भजन गाने गए थे। रात 2 बजे स्वाति तीन बच्चों देवराज, पूजा और कृष्ण राज को लेकर घर से चली गई। CCTV फुटेज में साफ दिखा कि अजहर उर्फ लक्की स्वाति को बच्चों सहित लेकर जा रहा है।
भानू प्रताप ने पत्नी और बच्चों की तलाश में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। 10 अक्टूबर को पुलिस ने स्वाति और अजहर को बरामद कर लिया। थाने में जब दोनों आमने-सामने हुए, तो स्वाति ने साफ कहा - “अब इस्लाम ही मेरा धर्म है, मैं डंके की चोट पर नमाज पढ़ूंगी।” उसने पति के साथ जाने से इनकार कर दिया।
पुलिस ने अजहर को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं, स्वाति ने पति के साथ जाने से मना कर दिया, तो उसे कोर्ट ने उसके भाई मोनू के साथ भेज दिया। दो बच्चे देवराज और पूजा अपनी मां के पास चले गए, जबकि छोटा बेटा कृष्ण राज अपने पिता के पास लौट आया।
भानू प्रताप अब प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि उनके बच्चों को उन्हें वापस दिलाया जाए। वे कहते हैं - “मैं कट्टर सनातनी हिंदू हूं। अगर मेरे घर में किसी ने भी नमाज पढ़ी, तो मैं खुद को खत्म कर लूंगा।” उनकी बातों में एक बाप का दर्द और एक पति की बेबसी साफ झलकती है।
Published on:
17 Oct 2025 12:01 pm
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