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दीपावली के बाद मेरठ की हवा हुई जहरीली! AQI 300 के पार, धुंए की चादर में लिपटा शहर; सांस के मरीजों की बढ़ी परेशानी

Meerut News: दीपावली के बाद मेरठ की हवा फिर से गंभीर स्तर पर पहुंच गई है। पटाखों के धुएं, टूटी सड़कों की धूल और फैक्ट्रियों के उत्सर्जन से शहर का AQI 300 पार कर गया है। विशेषज्ञों ने सांस और हृदय रोगियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है, वहीं प्रशासन प्रदूषण नियंत्रित करने के उपाय कर रहा है।

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मेरठ

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Mohd Danish

Oct 21, 2025

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दीपावली के बाद मेरठ की हवा हुई जहरीली! AI Generated Image

Diwali pollution aqi cross 300 in Meerut: दीपावली की जगमग रोशनी के बीच मेरठ में जब उत्सव का जश्न मनाया, तब शहर की हवा ने धीरे-धीरे खतरे की घंटी बजा दी। पटाखों और आतिशबाजी के कारण हवा में धुएं का घनत्व इतना बढ़ गया कि शहर की एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार पहुंच गई। प्रदूषण विभाग के मुताबिक, दीपावली की रात के बाद शहर की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है, जो सांस के रोगियों के लिए खतरनाक है।

शाम ढलते ही धुंए की मोटी चादर में घिरा आसमान

जैसे ही दीपावली की शाम लोगों ने पटाखे जलाने शुरू किए, आसमान पर घने धुंए की परत छा गई। चारों ओर धुंआ, धूल और ध्वनि प्रदूषण ने माहौल को पूरी तरह बदल दिया। देर रात तक शहर की सड़कों और मोहल्लों में धुंध-धुंए का मिश्रण दिखा, जिससे दृष्टि कम होने और सांस लेने में तकलीफ जैसी शिकायतें बढ़ गईं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, AQI का स्तर तेजी से 305 तक पहुंच गया, जो मेरठ के लिए इस सीजन का सबसे ऊंचा स्तर है।

प्रशासन की रोक के बावजूद जमकर हुई आतिशबाजी

प्रशासन ने इस बार केवल ग्रीन पटाखों की बिक्री की अनुमति दी थी और अवैध पटाखों की रोकथाम के लिए टीमों का गठन भी किया था। बावजूद इसके, बाजारों में पारंपरिक और विस्फोटक पटाखों की बिक्री जोरों पर रही। लोगों ने देर रात तक धुआं छोड़ने वाले पटाखे जलाए, जिससे हवा और भी जहरीली हो गई। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रीन पटाखों का नियम केवल कागजों में सीमित रहा, जबकि जमीन पर उसका असर न के बराबर दिखा।

सांस के मरीजों के लिए बढ़ा खतरा

डॉक्टरों का कहना है कि दीपावली के बाद के 72 घंटे सबसे खतरनाक प्रदूषण अवधि मानी जाती है। टूटी सड़कों से उड़ती धूल, गांवों में जलते कोल्हू और फैक्ट्रियों से निकलता धुआं मिलकर प्रदूषण को अगले कुछ दिनों में और बढ़ा सकते हैं। दीपावली से दो दिन पहले ही मेरठ का AQI 220 था, जो अब बढ़कर 300 पार कर गया है। यानी सिर्फ 18 दिनों में 80 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। पर्यावरण विशेषज्ञों ने लोगों से अनावश्यक वाहन उपयोग से बचने और मास्क पहनने की अपील की है।

शहर में सांस लेना हुआ मुश्किल, प्रशासन अलर्ट पर

मेरठ प्रशासन ने वायु गुणवत्ता को नियंत्रित करने के लिए अब रोड वॉशिंग और एंटी-स्मॉग गन चलाने की योजना बनाई है। नगर निगम को सड़कों की सफाई और धूल नियंत्रण के निर्देश दिए गए हैं। वहीं प्रदूषण विभाग ने औद्योगिक इकाइयों को भी चेताया है कि यदि वे उत्सर्जन मानकों का पालन नहीं करतीं, तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।