हालांकि नगर निगम उसमें भी 10 फीसदी की छूट दे रहा है। इसके बावजूद बहुत से लखनऊवासी नई व्यवस्था को लेकर नाराज हैं और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं कि वे सिर्फ हाउस टैक्स भरेंगे यूजर चार्ज नहीं। उनकी दलील है कि नगर निगम ने उनके घर से कूड़ा उठवाने की व्यवस्था नहीं की है, तो ऐसे में क्यों यूजर चार्ज भरें।
नगर निगम सदन ने इस साल अप्रैल में यह फैसला किया था कि अब हाउस टैक्स के साथ पूरे साल का यूजर चार्ज भी लिया जाएगा और वह डोर टू डोर वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था भी करेगा। नगर निगम अपने कहे पर चल भी रहा है। उसने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि जिन लोगों के घर से कूड़ा नहीं उठ रहा है, वे उसकी हेल्पलाइन पर अपना पता भेजें तो नगर निगम की गाड़ी उनके घर कूड़ा उठाने के लिए लगाई जाएगी या फिर उत्तरदायी संस्था को वेस्ट मैनेजमेंट के लिए खबरदार किया जाएगा। इसके बावजूद लोग कूड़ा उठाने के लिए यूजर चार्ज देने को तैयार नहीं हैं।
जानकार बताते हैं कि इस साल जो लोग यूजर चार्ज नहीं देंगे तो वे बड़ी आफत को दावत दे रहे हैं। दरअसल, नगर निगम ने यह नियम भी बनाया है कि जो लोग सिर्फ हाउस टैक्स भरेंगे और यूजर चार्ज नहीं देंगे तो उसे बकाए में डालकर उसे Property Tax में शामिल कर देंगे। नगर निगम की नई व्यवस्था के तहत, जिन घरों की प्रॉपर्टी एनुअल वैल्यू 5,000 रुपये तक है, उनसे 50 रुपये मासिक कूड़ा शुल्क लिया जाएगा, जबकि उससे अधिक टैक्स वाले घरों से 100 रुपये मासिक लिए जाएंगे। यह फीस अब सीधे प्रॉपर्टी टैक्स के रजिस्टर में जुड़ जाएगी और बकाया होने पर संपत्ति कर में जोड़ दी जाएगी। नगर आयुक्त गौरव राय के मुताबिक यूजर चार्ज भरने का विकल्प ऑप्शनल है। लेकिन भविष्य में नगर निगम सदन की मंजूरी लेने के बाद इसे नियमित किया जाएगा। फिर यूजर चार्ज न भरने वालों पर पेनाल्टी लगेगी।
नगर निगम ने एडवांस पेमेंट पर पर 15 प्रतिशत की छूट देने की पेशकश की थी, लेकिन कई इलाकों के निवासियों ने इस कदम का विरोध किया है। उनका तर्क है कि जब नियमित रूप से कूड़ा उठ ही नहीं रहा, तो फीस जोड़ना तर्कसंगत नहीं है।
देवा रोड, चिनहट निवासी प्रभात श्रीवास्तव ने कहा कि नगर निगम से कभी दो दिन बाद, कभी तीन दिन बाद कूड़ा लेने के लिए गाड़ी आती है। जब सेवा ही नियमित नहीं है, तो चार्ज लेना गलत है।
सरोजिनी नगर के निवासी विजय कुमार ने कहा कि हमसे कोई संपर्क नहीं किया गया। अब अचानक कहा जा रहा है कि कूड़ा शुल्क हाउस टैक्स में जुड़ जाएगा। यह पूरी तरह अनुचित है।
अवध विहार निवासी मोना अवस्थी ने कहा कि पहले नगर निगम कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था को दुरुस्त करे, फिर शुल्क वसूले।
कर्मचारी नेता मुरली सिंह ने कहा कि मौजूदा व्यवस्था बिना जनसहमति के लागू नहीं की जा सकती। लोगों को भरोसे में लेना जरूरी है कि उन्हें समुचित सेवाएं मिलेंगी।
Updated on:
23 Jul 2025 06:17 pm
Published on:
23 Jul 2025 05:25 pm