Tea for Weight Loss : (फोटो सोर्स : freepik)
Hibiscus Tea Benefits for Weight Loss and Cholesterol issues : हिबिस्कस सब्दरिफ़ा पौधे के कैल्सिस से बनी हिबिस्कस चाय, एक कैफीन से रहित हर्बल पेय है जो एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और खनिजों से भरपूर है। शोध बताते हैं कि यह ब्लड प्रेशर कम करने, कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार करने, लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और वेट लॉस में सहायक हो सकती है। हालांकि ज्यादातर अध्ययन हिबिस्कस के गाढ़े अर्क पर केंद्रित हैं, लेकिन आम जनता में इसके लाभों की पुष्टि के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
आजकल लोग हेल्दी रहने के लिए नैचुरल और आसान तरीकों की तलाश में रहते हैं चाहे बात वेट लॉस की हो, हार्ट हेल्थ की या फिर ओवरऑल फिटनेस की। इन्हीं में से एक ट्रेंड है हिबिस्कस टी। ये चाय हिबिस्कस सब्दरिफ़ा पौधे के चमकीले लाल हिस्से (कैल्सिस) से बनती है। इसका इस्तेमाल कई संस्कृतियों में सालों से होता आया है। कभी इसके खट्टे-मीठे स्वाद के लिए तो कभी इसके हेल्थ बेनिफिट्स के लिए। आज के समय में भी इसे वजन घटाने, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने और हेल्थ बूस्ट करने के लिए पिया जा रहा है।
हिबिस्कस चाय, हिबिस्कस सब्दारिफा पौधे के सूखे कैलीसेस को गर्म पानी में भिगोकर बनाई जाती है। दुनिया भर में इसे विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे सॉरेल टी, करकडे, जोबो और अगुआ डे जमैका, इस चाय का स्वाद तीखा और फल जैसा होता है और इसे गर्म या ठंडा, दोनों तरह से पिया जा सकता है। यह पौधा अफ्रीका का मूल निवासी है, लेकिन अब इसकी खेती थाईलैंड, चीन और मेक्सिको सहित दुनिया भर में पाया जाता है।
हिबिस्कस चाय प्राकृतिक रूप से कैफीन मुक्त होती है और इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, विटामिन ए और विटामिन सी जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। यह एंथोसायनिन और पॉलीफेनोल्स सहित एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होती है, जो कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने और समग्र कोशिकीय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भूमिका निभा सकते हैं।
कई अध्ययनों ने हार्ट हेल्थ पर हिबिस्कस चाय के प्रभाव की जांच की है। शोध बताते हैं कि नियमित सेवन सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर दोनों को कम करने में मदद कर सकता है। हाई ब्लड प्रेशर वाले व्यक्तियों में प्लेसीबो की तुलना में हिबिस्कस चाय पीने के बाद इन मापों में कमी देखी गई।
इसके अतिरिक्त, कुछ अध्ययनों से संकेत मिलता है कि हिबिस्कस ब्लड में वसा के स्तर में सुधार कर सकता है। चयापचय (Metabolism) संबंधी समस्याओं या डायबिटिजसे पीड़ित लोगों में हिबिस्कस अर्क या चाय का सेवन करने के बाद एलडीएल ("खराब") कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स में कमी के साथ-साथ एचडीएल (अच्छा) कोलेस्ट्रॉल में मामूली वृद्धि देखी गई। हालानकि, विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि परिणाम मिश्रित हैं सामान्य आबादी में इन प्रभावों की पुष्टि के लिए और अधिक बड़े पैमाने पर शोध की आवश्यकता है।
वजन प्रबंधन में हिबिस्कस चाय की संभावित भूमिका का भी अध्ययन किया गया है। छोटे अध्ययनों ने हिबिस्कस अर्क के सेवन को शरीर के वजन, शरीर में वसा और कमर से कूल्हे के अनुपात में कमी से जोड़ा है। पशु अध्ययनों से पता चलता है कि यह वसा कोशिकाओं के संचय को रोक सकता है, हालांकि अधिकांश शोध चाय के बजाय सांद्र अर्क का उपयोग करते हैं। इसके अलावा, प्रारंभिक शोध से संकेत मिलता है कि हिबिस्कस फैटी लिवर रोग जैसी स्थितियों में सुधार करके लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। मनुष्यों और पशुओं, दोनों पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि हिबिस्कस का अर्क लिवर में वसा के जमाव को कम कर सकता है और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ा सकता है।
हार्ट और मेटाबॉलिज़्म के फायदे तो हिबिस्कस देता ही है इसके अलावा इसमें ऐसे कंपाउंड भी पाए जाते हैं जिनमें कैंसर से लड़ने और बैक्टीरिया रोकने की क्षमता देखी गई है। लैब टेस्ट में पता चला है कि हिबिस्कस एक्सट्रैक्ट कुछ कैंसर कोशिकाओं की बढ़त को रोक सकता है और हानिकारक बैक्टीरिया को भी कंट्रोल कर सकता है। लेकिन ध्यान रहे अभी ये नतीजे इंसानों पर पूरी तरह साबित नहीं हुए हैं, इसके लिए और रिसर्च की जरूरत है।
Updated on:
21 Sept 2025 04:00 pm
Published on:
21 Sept 2025 02:10 pm
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