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Good Sleeping Posture: नींद न आने की टेंशन खत्म! जानिए किस करवट सोने से तुरंत आ सकती है नींद

Good Sleeping Posture: क्या आप जानते हैं कि केवल सोने का सही तरीका अपनाकर आप अपनी नींद की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं?सही करवट न केवल जल्दी नींद लाने में मदद करती है, बल्कि यह आपके पाचन, दिल की सेहत और दिमाग की कार्यक्षमता पर भी सकारात्मक असर डालती है।

2 min read

भारत

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MEGHA ROY

Oct 18, 2025

Sleep Disorders,best sleeping position,left side sleeping benefits

Healthy sleep habits|फोटो सोर्स – Freepik

Good Sleeping Posture: क्या आप भी समय पर सोने के लिए बिस्तर पर तो चले जाते हैं, लेकिन देर रात तक नींद नहीं आती?अगर हां, तो आप अकेले नहीं हैं। यह आजकल एक आम लेकिन चिंताजनक समस्या बन चुकी है।इसका एक बड़ा कारण है तेज रफ्तार भरी जिंदगी, बढ़ता हुआ तनाव (स्ट्रेस), और स्क्रीन टाइम, जो हमारी सोने की आदतों पर बुरा असर डालते हैं।लेकिन क्या आप जानते हैं कि केवल सोने का सही तरीका अपनाकर आप अपनी नींद की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं?सही करवट न केवल जल्दी नींद लाने में मदद करती है, बल्कि यह आपके पाचन, दिल की सेहत और दिमाग की कार्यक्षमता पर भी सकारात्मक असर डालती है।

बाईं करवट सोना

अगर आप पूरी तरह स्वस्थ हैं और आपको कोई विशेष स्वास्थ्य समस्या नहीं है, तो बाईं करवट लेकर सोना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।क्योंकि इस पोजिशन में सोने से आपका पाचन तंत्र बेहतर बना रहता है। साथ ही, बाईं करवट सोने से पेट और आंतों पर कम दबाव पड़ता है, जिससे खाना पचने में आसानी होती है।इसके अलावा, कब्ज, एसिडिटी और गैस से जुड़ी दूसरी परेशानियों का खतरा भी कम हो जाता है।

दाईं करवट सोना


वहीं दूसरी ओर, लेफ्ट और राइट साइड सोने के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। अगर आपको दिल से जुड़ी बीमारी है, तो दाईं करवट लेकर सोना फायदेमंद हो सकता है।Journal of the American College of Cardiology की एक स्टडी के मुताबिक, दाईं ओर सोने से हार्ट फेल्योर के मरीजों को राहत मिलती है, क्योंकि इससे फेफड़ों पर दबाव कम पड़ता है और सांस लेने में आसानी होती है।लेकिन अगर आप पूरी तरह स्वस्थ हैं, तो बाईं करवट सोना ज्यादा लाभदायक हो सकता है।

पीठ के बल सोना

कई लोग पीठ के बल सोते हैं, जो रीढ़ की हड्डी के लिए सपोर्टिव मानी जाती है। इससे शरीर की पोस्टर भी ठीक रहती है और लंबे समय में पीठ दर्द से बचा जा सकता है। लेकिन यह पोजीशन हर किसी के लिए सही नहीं होती। खासकर स्लीप एपनिया या ज्यादा खर्राटे लेने वाले लोगों के लिए यह तरीका परेशानी बढ़ा सकता है।

कौन-सा तकिया बेहतर है?

  • मीडियम-फर्म पिलो: न बहुत सख्त, न बहुत मुलायम। गर्दन और रीढ़ की हड्डी को एक सीध में रखने वाला तकिया चुनें।
  • साइड स्लीपर्स के लिए: थोड़े मोटे तकिए का इस्तेमाल करें जिससे गर्दन नीचे न झुके।
  • घुटनों के बीच पिलो रखें: बायीं करवट सोते समय घुटनों के बीच एक छोटा तकिया रखने से कमर और रीढ़ पर तनाव नहीं पड़ता।
  • हाई क्वालिटी फोम (Memory Foam): यह गर्दन की शेप के अनुसार एडजस्ट हो जाता है और सपोर्ट देता है।