हाड़ौती में गुरुवार को दिनभर बरसात का दौर जारी रहा। नदी-नालों में आवक बनी हुई है। कई बांधों के गेट खोलकर निकासी की जा रही है। अभी भी कई सड़क मार्ग बंद है। हालांकि पार्वती नदी में उफान कम होने से कोटा-श्योपुर मार्ग बहाल हो गया है।
बूंदी जिले के लाखेरी के पास मेज नदी की पुलिया क्षतिग्रस्त होने से एक्सप्रेस वे पर वन वे यातायात शुरू किया जा रहा है।कोटा शहर में दिन भर रूक-रूक कर बरसात का दौर चलता रहा। इससे मौसम में ठंडक बनी हुई है।
कोटा में गुरुवार को अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री और न्यूनतम 24.6 डिग्री दर्ज किया गया। बूंदी में 21, तालेड़ा में 5, केशवरायपाटन में 2, इन्द्रगढ़ में 10, नैनवां में 18, हिण्डोली में 20, रायथल में 9 एमएम बारिश सुबह आठ से शाम पांच तक दर्ज की गई। नवलसागर झील के गेट खोले जाने से नागदी बाजार पानी बह निकला।
झालावाड़ जिले में कई इलाकों में बुधवार को भी रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। कालीसिंध बांध के दो गेट खोलकर करीब 13 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई। भीमसागर बांध के दो गेटों से 4460 क्यूसेक, छापी बांध के दो गेटों से 4308 क्यूसेक और राजगढ़ के दो गेट से 6595 क्यूसेक पानी की निकासी की गई।
बारां जिले में पिछले 24 घंटे से भारी बारिश से कई मकान व भवन गिर गए हैं। छबड़ा के गुगोर किले की दीवार का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया। कालीसिंध, पार्वती, परवन, खटफाड़, बरनी, बाणगंगा सहित सभी नदियों में उफान है। इस कारण श्योपुर, झालावाड़, गुना आदि के रास्ते भी बाधित हो गए। 24 घंटे में बारां में 103, अंता 53, मांगरोल 80, छबड़ा 171, छीपाबड़ौद 147, अटरू 143, शाहाबाद 164 और किशनगंज में 136 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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Published on:
31 Jul 2025 07:13 pm