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राजस्थान के 465 बांध लबालब, रबी सीजन के लिए भरपूर पानी, चंबल के बांधों में इतना पानी कि अगले 3 साल तक नहीं होगी दिक्कत

राजस्थान के 465 बांध लबालब भर गए हैं, जिससे रबी सीजन में किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिलेगा। खासतौर पर चंबल के बांधों में इतना पानी जमा है कि आने वाले तीन साल तक पानी की कोई दिक्कत नहीं रहेगी।

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कोटा

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Arvind Rao

Oct 20, 2025

Rajasthan 465 Dams Brimming

राजस्थान के 465 बांध लबालब (फोटो- पत्रिका)

कोटा: प्रदेश में इस बार मानसून जमकर बरसा। इससे हाड़ौती समेत प्रदेश के ज्यादातर बांध पानी से लबालब हो गए। बांध भरे होने से रबी सीजन में सिंचाई के लिए किसानों को भरपूर पानी मिलेगा। रबी सीजन के लिए हाड़ौती समेत प्रदेश के बांधों में सिंचाई के लिए नहरों में जल प्रवाह शुरू किया जा रहा है।


जल संसाधन विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश के 693 बांधों में से 465 बांध पूरे भरे हुए हैं। इसके अलावा 115 बांध आधे भरे हुए हैं। 133 बांध खाली रह गए। प्रदेश में सर्वाधिक पानी कोटा संभाग के बांधों में है। हाड़ौती के बांध 97.57 फीसदी भरे हुए हैं।


संभाग में 12 से 13 लाख हेक्टेयर में बुवाई की संभावना


कोटा संभाग में इस साल औसत से 37 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इससे 12 से 13 लाख हेक्टेयर में बुवाई की संभावना है। इस बार गेहूं और लहसुन का रकबा बढ़ेगा। इसके चलते डीएपी और यूरिया की डिमांड अधिक होगी। संभागीय आयुक्त एवं कलक्टर पीयूष समारिया ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि रबी सीजन में कृषकों को समय पर उच्च गुणवत्ता वाले बीज, उर्वरक और कीटनाशक उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।


कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि हाड़ौती क्षेत्र में रबी फसलों की बुवाई लगभग 12 से 13 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की जाती है। बीज और उर्वरक की उपलब्धता की निरंतर समीक्षा की जा रही है, जिससे किसी भी स्तर पर कमी की स्थिति न बने। इस वर्ष क्षेत्र में औसत से 37 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जिससे मिट्टी में पर्याप्त नमी उपलब्ध है और रबी फसलों की बुवाई के लिए परिस्थिति अनुकूल हैं।


प्रदेश के बांधों में पानी की स्थिति


संभाग-कुल बांध-कुल जल भराव क्षमता-वर्तमान में उपलब्ध पानी प्रतिशत
जयपुर-186-2473.12-2104.04-85.08, भरतपुर-68-472.05-264.88-56.11, जोधपुर-117-991.65-789.49-79.61, कोटा- 81-4475.53-4366.95-97.57, बांसवाड़ा-63-2766.06-2649.55-95.79 और उदयपुर-178-1850.69-1537.15-83.06 (पानी के आंकड़े घन मीटर में)।