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Coal Block Auction: कोयला मंत्रालय ने शुरू की 14वें दौर की नीलामी प्रक्रिया, 7 राज्यों की खदानें होंगी शामिल

Coal Block Auction: कोयला मंत्रालय ने कमर्शियल कोल माइनिंग के 14वें दौर की नीलामी प्रक्रिया शुरू की है। इसमें सात राज्यों की 41 खदानें शामिल हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ की 15 खदानें भी हैं।

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Coal Block Auction (photo source- Patrika)

Coal Block Auction (photo source- Patrika)

Coal Block Auction: कोयला मंत्रालय ने कमर्शियल कोल माइनिंग के तहत कोयला खदानों के नीलामी के 14वें दौर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसमें सात राज्यों की 41 खदानें शामिल है। इस दौर की नीलामी प्रक्रिया में छत्तीसगढ़ की 15 कोयला खदानें सूचीबद्ध है। इसमें से पांच कॉल ब्लॉक कोरबा जिले के हैं। इन खदानों का रिजर्व कोल भंडार 12 हजार 725 मिलियन टन से अधिक है।

Coal Block Auction: दूसरी बार नीलाम करने की हो रही कोशिश

एक दिन पूर्व ही कोयला मंत्रालय की ओर से 14वें दौर में कमर्शियल कमर्शियल माइनिंग के अंतर्गत सूचीबद्ध किए गए कॉल ब्लॉकों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू हुई है। केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोल ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया का शुभारंभ किया है। 14वें दौर की नीलामी प्रक्रिया में शामिल किए गए पांचों कोयला खदान जिले के कोरबा और करतला विकासखंड के अंतर्गत स्थित हैं।

इन खदानों में तौलीलाली, बताती, कोल्गा वेस्ट, मदवानी, करतला साउथ और कलगामार कोल ब्लॉक शामिल है। इसके पहले भी केंद्र सरकार की ओर से करतला कोल ब्लॉक को नीलाम करने की प्रक्रिया की गई थी, लोगों ने नाराजगी जताई। स्थानीय लोगों ने कहा था कि क्षेत्र में खुलने वाले किसी भी कोयला खदान का विरोध करेंगे। हालांकि इस खदान के लिए कोई निजी खदान नहीं आई थी। अब इस ब्लॉक के लिए दूसरी बार नीलाम करने की कोशिश हो रही है।

सभी ब्लॉक घने जंगल के बीच

कोरबा. कोयला मंत्रालय ने 14वें दौर में नीलामी के लिए कोरबा जिले में स्थित जिन पांच कोल ब्लॉकों को चिन्हित किया है, वे सभी घने जंगल के बीच हैं। कोरबा की सुंदरता में इस क्षेत्र के जंगल की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। कोरबा के जंगल इसके लिए फेफड़े की तरह काम करते हैं। ऊर्जाधानी में स्थित विभिन्न कंपनियों के संयंत्रों से निकलने वाले प्रदूषण की रोकथाम में यहां के पेड़ पौधों की भूमिका अतुल्नीय है।

पांचों खदान मांड रायगढ़ कोलफील्ड्स के दायरे में हैं स्थित

इस दौर की नीलामी में शामिल सूचीबद्ध जिले की पांचो कोल ब्लॉक मांड रायगढ़ कोलफील्ड्स के दायरे में स्थित हैं। इसमे कोल ब्लॉक तौलीपाली, करतला साऊथ और बताती कोल्गा वेस्ट कोल ब्लॉक कदर पूरी तरह से एक कोरबा जिले में स्थित है। जबकि कलगामार और मदवानी कोल ब्लॉक का हिस्सा रायगढ़ मांड क्षेत्र के अंतर्गत ही कोरबा व रायगढ़ जिले के क्षेत्र में स्थित हैं।

● तौलीपाली कोल ब्लॉक का दायरा 42.50 वर्ग किलोमीटर है। यहां रिजर्व कोयले का भंडार 4320 मिलियन टन है।

● बताती कोल्गा वेस्ट का क्षेत्रफल 39.37 वर्ग किलोमीटर है। इस खदान में रिजर्व कोल भंडार 1145.86 मिलियन टन है।

● मदवानी कोल ब्लॉक 53.81 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। जिसका रिजर्व कोल भंडार 2750 मिलियन टन है।

●करतला साउथ कोल ब्लॉक 36.4 वर्ग किलोमीटर में दायरे में है। यहां कोयले का रिजर्व भंडार 1160 मिलियन टन है।

● कल्गामार कोल ब्लॉक का क्षेत्रफल 53.81 वर्ग किलोमीटर है। इसमें कोयले का रिजर्व भंडार करीब 3350 मिलियन टन है।

हाथी सहित अन्य जंगली जानवरों का है रहवास क्षेत्र

Coal Block Auction: चिन्हित कोल ब्लॉक वाला क्षेत्र हाथियों का रहवास क्षेत्र है। इस क्षेत्र में हाथियों का आना जाना लगा रहता है। हाथियों का झुंड कोरबा वनमंडल से होकर धरमजयगढ़ जाता आता है। इस क्षेत्र में किंग कोबरा, भालू, सियाल और अन्य जंगली जानवारों की प्रजातियां निवासरत हैं। खदान खुलने से वन्य प्राणियों पर प्रभाव पड़ेगा।