Raj Bhavan released CCTV footage of one hour and 9 minutes
कोलकाता . राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर लगे छेड़छाड़ के आरोप से संबंधित राजभवन ने गुरुवार को एक घंटे 9 मिनट का सीसीटीवी फुटेज जारी किया और चयनित 100 लोगों को दिखाया। पर वह फुटेज नहीं दिखाया गया जिस कमरे में महिला ने छेड़छाड़ होने की शिकायत की है। इसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
राजभवन ने गुरुवार को 5.32 मिनट से 6.41 मिनट तक का सीसीटीवी फुटेज दिखाया। राजभवन ने राजभवन के मुख्य द्वार और उत्तरी द्वार की कैमरा तस्वीरें जारी की। फुटेज में शिकायतकर्ता को 5.32 मिनट पर पुलिस कक्ष में जाते हुए दिखाया गया है। बाद में करीब 5.40 मिनट पर शिकायतकर्ता पास के कमरे में गई। राजभवन के अंदर का कोई फुटेज नहीं दिखाया गया। विशेषकर उस कक्ष का जहां राज्यपाल शिकायतकर्ता महिला से मिले थे। जिस कक्ष में महिला कर्मचारी ने अपने साथ छेड़छाड़ होने की शिकायत की है।
गुरुवार को जारी सीसीटीवी फुटेज में सिर्फ शिकायतकर्ता की हरकत नजर आई। दोनों सीसी कैमरों की फुटेज सामने लाई गई है। एक फुटेज में दिख रहा है कि युवती राजभवन में पहले ओसी के कमरे में जाती है और उसके बाद दोबारा एडिशनल ओसी के कमरे में दाखिल होती है। हालाँकि, उस कॉन्फ्रेंस रूम का फुटेज नहीं दिखाया गया जहाँ छेड़छाड़ होने की शिकायत युवती ने की थी। कॉरिडोर का फुटेज भी नहीं दिखाया गया। इस दिन राजभवन की ओर से नॉर्थ गेट के बाहर की फुटेज बड़ी स्क्रीन पर दिखाई गई। उस रात प्रधानमंत्री राजभवन आये थे। इसलिए फुटेज में राजभवन में पुलिस की सक्रियता दिख रही है, लेकिन विशेष रूप से उस कमरे का कोई फुटेज सामने नहीं आया है जिसमें छेड़छाड़ होने की शिकायत शिकायतकर्ता ने पुलिस से की है।
इस फुटेज को लेकर राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "राज्यपाल राज्य के संरक्षक हैं। एक महिला ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और वह कह रहे हैं, 'देखो, मैं कितना अच्छा हूं। मैंने कुछ नहीं किया है। मेरे खिलाफ राजनीति हो रही है।' पहले उन्होंने कहा कि था कि किसी को भी फुटेज नहीं दिखाया जाएगा। फिर उन्होंने कहा कि फुटेज पहले 100 आवेदकों को दिखाई जाएगी। 11 करोड़ की आबादी वाले इस राज्य में सिर्फ 100 लोगों को फुटेज दिखाया गया। इससे क्या जाहिर होता है। हालांकि, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि वह इस बहस में हिस्सा नहीं लेना चाहते हैं।
पिछले गुरुवार को राजभवन की एक अस्थायी कर्मचारी महिला ने कोलकाता पुलिस में राज्यपाल के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा है कि 24 अप्रेल को गवर्नर ने दोबारा उसके साथ छेड़छाड़ की। युवती का आरोप है कि स्थायी नियुक्ति और प्रमोशन का वादा कर राज्यपाल ने उसे बुलाकर गलत व्यवहार किया। इस वजह से कोलकाता पुलिस राज्यपाल के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के बाद भी जांच को आगे नहीं बढ़ा सकी। हालाँकि, लालबाजार ने राजभवन से सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराने का अनुरोध किया था। लेकिन राज्यपाल ने कहा कि राज्यपाल के खिलाफ आपराधिक जांच में पुलिस और अदालत की कोई भूमिका नहीं है। राजभवन के कर्मचारियों को पुलिस से बात करने की इजाजत नहीं दी गई है। राज्यपाल ने आरोप लगाया है कि उन पर लगाए गए आरोप एक साजिश है।
Published on:
09 May 2024 05:48 pm
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