नकली पासपोर्ट के रैकेट का खुलासा (IANS)
पश्चिम बंगाल में बहु-करोड़ के नकली पासपोर्ट रैकेट की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अब सात संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिकों पर निशाना साधा है। इन संदिग्धों ने कथित रूप से इस रैकेट के माध्यम से जाली भारतीय पासपोर्ट हासिल किए थे। एजेंसी इनके ठिकानों का पता लगाने की कोशिश कर रही है, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले इस नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त किया जा सके।
ईडी अधिकारियों के मुताबिक, ये नकली पासपोर्ट सिंडिकेट के प्रमुख तकनीकी ऑपरेटर इंदु भूषण हल्दर ने उपलब्ध कराए थे, जिन्हें पिछले सप्ताह नादिया जिले के चाकदहा से गिरफ्तार किया गया था। हल्दर वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं। जांच के दौरान पता चला कि हल्दर एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक आजाद मुल्लिक के संपर्क में था, जो इन सात व्यक्तियों और हल्दर के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा था। मुल्लिक को इस साल अप्रैल में इसी रैकेट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था और वह भी न्यायिक हिरासत में है।
एजेंसी का मानना है कि ये सात संदिग्ध मुल्लिक की तर्ज पर ही नकली भारतीय पासपोर्ट प्राप्त करने के लिए समान रास्ता अपना चुके हैं। मूल रूप से पाकिस्तानी नागरिक मुल्लिक ने पहले नकली बांग्लादेशी पहचान दस्तावेज हासिल कर बांग्लादेशी पहचान ग्रहण की। उसके बाद जाली भारतीय दस्तावेजों का उपयोग कर वह भारतीय नागरिक बन गया और कोलकाता में किराए के आवास से हवाला कारोबार व नकली पासपोर्ट रैकेट चलाने लगा। पूछताछ में मुल्लिक ने खुलासा किया था कि वह विदेश जाने वाले ग्राहकों के लिए नकली विदेशी वीजा भी मुहैया कराने में लिप्त था।
सूत्रों ने बताया कि ईडी ने अब तक हल्दर द्वारा मुहैया कराए गए करीब 250 नकली पासपोर्टों का विवरण इकट्ठा किया है, जिनमें इन सात पाकिस्तानी नागरिकों के पासपोर्ट भी शामिल हैं। ये ज्यादातर मुल्लिक की सिफारिश पर तैयार किए गए थे। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, हल्दर ने मुल्लिक द्वारा भेजे गए ग्राहकों के लिए नकली पासपोर्ट बनवाकर लगभग 2 करोड़ रुपये की कमाई की। कुछ रिपोर्ट्स में हल्दर पर 300 से अधिक नकली पासपोर्ट तैयार करने का आरोप भी लगाया गया है, जो मुख्य रूप से अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए थे।
यह रैकेट पिछले साल पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा उजागर किया गया था, जिसके बाद कई गिरफ्तारियां हुईं। बाद में मनी लॉन्ड्रिंग के संदिग्ध लिंक मिलने पर ईडी ने जांच संभाली। अप्रैल में मुल्लिक की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता थी। राज्य पुलिस ने पहले ही 130 आरोपियों के खिलाफ अभियोग पत्र दाखिल कर दिया है, जिसमें 120 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए शामिल हैं। इनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किए गए हैं।
Published on:
20 Oct 2025 12:02 pm
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