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Rajasthan: राजस्थान में यहां बनेगा नया ‘शहर’, पहले चरण में खर्च होंगे 465 करोड़ रुपए, जानें इसके फायदे

JPMIA Project: जोधपुर और पाली के बीच नया शहर बसानेे लिए प्रक्रिया शुरू, राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम लिमिटेड का हिस्सा होगा।

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JPMIA Project

डीएमआईसी का रोड मैप, जिसमें जेपीएमआईए को भी दर्शाया गया है। फोटो- पत्रिका

जोधपुर। दिल्ली-मुम्बई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के अधीन ही जोधपुर-पाली मारवाड़ इंडस्ट्रियल एरिया यानी जेपीएमआईए के नाम से नया शहर की बसाने की तैयारी है। इसे रोहट व कांकाणी के बीच बसाया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।

पहले चरण में 641 हेक्टेयर पर 465 करोड़ में विकास होगा। यह ईपीसी मॉडल यानी इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट व कंसट्रक्शन पर निर्माण होगा। इसमें टेंडर प्रक्रिया तकनीकी इवेल्यूएशन कर अंतिम रूप देने का काम जारी है। जोधपुर और पाली के बीच यह नया शहर राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम लिमिटेड यानी एनआइसीडीसी का हिस्सा होगा। इस नेशनल प्रोजेक्ट के तहत देशभर में नौ औद्योगिक परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं।

9 कंपनियों ने भागीदारी निभाई

परियोजना के लिए टेंडर खोला जा चुका है और तकनीकी परीक्षण किया जा रहा है। इसमें अब तक 9 कंपनियों ने भागीदारी निभाई है। ईपीसी मॉडल पर जो कंपनी खरी उतरेगी, उसका चयन कर फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। इसके लिए पहली बार रीको व एनआइसीडी के बीच करार किया गया और रीडको नाम से नई एसपीवी कंपनी बनाई गई है।

तकनीकी मूल्यांकन

रीको के क्षेत्रीय अधिकारी पाली डीके झा ने बताया कि टेंडर की तारीख निकल चुकी। अब तकनीकी मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके बाद फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी।

बड़ी उपलब्धि

यह प्रोजेक्ट उद्योगों के लिए बड़ी उपलब्धि है। इसमें नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। खास बात यह है कि पिछले कई लम्बे समय से इसकी मांग कर रहे हैं।

  • अनुराग लोहिया, अध्यक्ष, जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन

लॉजिस्टिक मॉडल

यह प्रोजेक्ट सिर्फ जोधपुर के लिए नहीं, बल्कि पूरे पश्चिमी राजस्थान के लिए महत्वपूर्ण है। यह लॉजिस्टिक मॉडल को आसान करेगा। साथ ही जोधपुर के लिए नई संभावनाएं खुलेगी।

  • नूर मोहम्मद, इंफ्रास्ट्रक्चर विशेषज्ञ

औद्योगिक विकास

जोधपुर का औद्योगिक विकास तीन दिशाओं में होगा। जब हम निवेश के लिए प्रस्ताव रखते हैं तो जमीन पहली प्राथमिकता होती है, सरकार की यह पहल इसकी पूर्ति करेगा।

  • महेश पुरोहित, निवेशक व उद्यमी