
फोटो- पत्रिका नेटवर्क
Rajasthan News: झुंझुनूं जिले में भी बेटियां क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। कोई अपनी तेज गेंदों से सामने वाली टीम के विकेट चटखा रही है तो कोई बल्लेबाजी से गेदों को सीमा के बाहर भेज रही है। वे हरमनप्रीत, दीप्ति, शैफाली व मंधाना बनना चाह रही है।
निशा खेतड़ी के पथाना गांव की रहने वाली है। पिता कृष्ण कुमार ने निशा को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया। निशा ने झुंझुनूं से खेलते हुए राजस्थान की अंडर 23 टीम में जगह बनाई। निशा ओपनर बल्लेबाज के रूप में टीम में खेलती है।
भूमिका मांदरी गांव की रहने वाली है। पिता मनोज ने ही भूमिका को शुरुआती क्रिकेट खिलाया। भूमिका ने राजस्थान की अंडर-19 महिला टीम में अपनी अच्छी तेज गेंदबाजी की बदौलत जगह बनाई है। सीनियर प्रतियोगिता में भूमिका ने एक मैच में चार रन देकर 6 विकेट लेकर सभी का ध्यान खींचा था।
जिले की गुढ़ागौड़जी की रहने वाली बबीता मीणा को सबसे पहले पिता नेमीचंद मीणा ने क्रिकेट घर पर ही सिखाया। फिर जिला क्रिकेट अकादमी में प्रवेश दिलाया। उसके बाद बबीता ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। बबीता मीणा राजस्थान की अंडर-19 व सीनियर महिला टीम में जगह बना चुकी। बबीता ने राजस्थान अंडर-19 व सीनियर महिला टीम की लगातार 5 साल तक कप्तानी की और अपने अच्छे ऑलराउंड खेल की बदौलत भारतीय सेंट्रल जोन की टीम में भी जगह बनाई थी।
झुंझुनू के रहने वाली कंचन हुडा करीब 6 फीट लबाई वाली तेज गेंदबाज हैं। गेंदबाजी के साथ-साथ एक अच्छी बल्लेबाज भी है। अपने ऑलराउंड खेल से राजस्थान की अंडर 23 टीम में जगह बनाई और वर्तमान में भी अंडर 23 टीम का जो कैंप जयपुर में चल रहा है उसमें शामिल है। सीनियर महिला टीम में भी 20 खिलाड़ियों में शामिल है । फौजी पिता सुभाष चंद्र बेटी को हमेशा प्रेरित करते रहते हैं।
हैप्पी कुमारी कुमावास गांव की रहने वाली है। हैप्पी लड़कों के विकेट चटकाकर व उनको बोल्ड कर सबसे पहले चर्चा में आई थी। पिता राजेश खींचड़, मां उजेश ने हैप्पी की क्रिकेट प्रतिभा को पहचाना। हैप्पी का 2024 का सेशन सपने जैसा रहा जिसमें उसने अपने शानदार ऑलराउंड खेल से पहले राजस्थान टीम में जगह बनाई और राजस्थान अंडर-19 की कप्तान भी बनी। वर्तमान में अंडर-19 राजस्थान टीम की कप्तानी करते हुए टीम को नॉकआउट में पहुंचाया । इस साल हैप्पी को वूमेंस प्रीमियर लीग के लिए भी 4 फ्रेंचाइजी ने ट्रायल के लिए बुलाया है। वहां भी हैप्पी ने बेहतर प्रदर्शन किया।
हिना शेखावत जयपहाडी गांव की रहने वाली है। पिता महेश सिंह बीसीसीआई लेवल के कोच हैं, उन्होंने बेटी को बचपन से ही क्रिकेट खिलाया और उसका हिना ने फायदा भी उठाया। राजस्थान की अंडर 15 महिला टीम में लगातार 2 साल तक प्रतिनिधित्व किया। हिना ऊपरी क्रम के बल्लेबाज है और राजस्थान के अंडर-19 कैंप में भी जगह बनाई थी।
झुंझुनूं की बेटियां भी क्रिकेट में नाम कमा रही है। कड़ी मेहनत, फिटनेस, अच्छी कद काठी व तकनीक की वजह से बेटियां क्रिकेट में आगे बढ़ रही है। माता-पिता भी सपोर्ट कर रहे हैं।
- हरिश्चद्र सिंह, सचिव जिला क्रिकेट संघ, झुंझुनूं
Updated on:
03 Nov 2025 01:56 pm
Published on:
03 Nov 2025 01:07 pm
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