
झालावाड़। झालावाड़ पुलिस ने मंगलवार को ऐसे गिरोह को पकड़ा, जो पहले किसानों से ट्रैक्टर फाइनेंस करवाते। फिर इसे बेचकर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराते। चोरी के आधार पर वे बीमा कंपनियों से भी लाखों रुपए की राशि क्लेम के रूप में उठा लेते। राजस्थान से यूपी तक इस गिरोह का नेटवर्क फैला हुआ था। पुलिस को अंदेशा है कि इस गिरोह ने अब तक 500 से ज्यादा ट्रैक्टर फाइनेंस करवाकर खुर्दबुर्द कर दिए। पुलिस ने झालावाड़, कोटा और बारां से इस गिरोह के 13 सदस्यों को गिरफ्तार किया। इसमें एक महिला भी शामिलह ै। यह गिरोह हनी ट्रेप की भी कई वारदातें कर चुका है। पुलिस विभिन्न जिलों से इन ट्रेप के बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस के अनुसार यह गिरोह इस तरह जालसाजी कर अब तक दस करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि और सम्पत्ति अर्जित कर चुका है।
जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि झालावाड़ शहर के कोतवाली थाने के आसूचना अधिकारी को पता चला था कि कुछ अपराधियों का गिरोह गरीब किसानों को बहला फुसलाकर उनकी जमीन पर ट्रैक्टर और अन्य बड़े वाहन फाइनेंस करवाकर ले रहा है। कुछ दिनों बाद ही इन वाहनों को खुर्दबुर्द कर चोरी के झूठे मुकदमें दर्ज करवाता है और लाखों रुपए का बीमा क्लेम उठा लेता है। यह कार्य सारोला थाने का हिस्ट्रीशीटर हेमराज अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर यह काम कर रहा है। यह गिरोह झालावाड़, बारां, कोटा और यूपी के कई जिलों में अब तक इस तरह की कई वारदातें कर चुका है। आसूचना अधिकारी की सूचना पर कोतवाली थाने में मामला दर्जकर जांच शुरू की गई। जांच में पता चला कि इस गिरोह में राजस्थान और यूपी के विभिन्न जिलों के दो दर्जन से ज्यादा सदस्य है। वे पिछले कई सालों से वारदात कर रहे हैं।
इस पर गिरोह के सदस्यों को पकडऩे के लिए पुलिस उप अधीक्षक हर्षराज सिंह खरेड़ा और प्रेमकुमार चौधरी के निर्देशन में विभिन्न थानों की बीस टीमें गठित की गई। इस टीम ने गिरोह के सरगना हेमराज को कार समेत कोटा से गिरफ्तार किया। उसकी कार में पुलिस की वर्दी, जूते और अन्य सामान मिले। कार में एक महिला भी मिली। इसके अलावा एक बलात्कार का प्रकरण दर्ज कराने के लिए टाइपशुदा परिवाद भी मिला। पुलिस की टीमों ने विभिन्न इलाकों में छापा मारकर इस गिरोह के 13 सदस्यों को गिरफ्तार किया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एक ट्रैक्टर पर अभियुक्त कितना कमाते थे। इसका खुलासा तो पूछताछ में होगा, लेकिन प्रारम्भिक पूछताछ के अनुसार वे एक ट्रैक्टर को चार से पांच लाख रुपए में खुर्दबुर्द कर देते थे। इसकी बीमा राशि वे अलग से उठाते थे।
झालावाड़ के दादिया निवासी हेमराज सुमन, किशनपुरिया निवासी सीमा मीणा, झालरापाटन निवासी रियाज, सोहेलखान उर्फ घसीट, मोहम्मद फारूख खान ऊर्फ मोनू, सारोलाकला निवासी मुरारीलाल सुमन और सीताराम मीणा, झालावाड़ निवासी योगेन्द्र सिंह, मुण्डेरी निवासी लेखराज भील, कोटा जिले के बोरखेड़ा निवासी तौसिफ, अमन और बारां जिले का मोठपुर निवासी कालू उर्फ कमल को गिरफ्तार किया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस गिरोह के सदस्यों के खिलाफ हनी ट्रेप के मामले भी दर्ज है। इन मामलों में पूर्व में इनकी गिरफ्तारी हो चुकी है। ये लोग राजस्थान और मध्यप्रदेश में हनी ट्रेप की कई वारदातें कर चुके है। गिरोह के सरगना हेमराज सुमन ने पूर्व में सीमा मीणा, हेमलता, भूरी बाई ऊर्फ सुनीता मेरोठा के साथ मिलकर कोटा और झालावाड़ जिले में कई वारदाते की। इन मामलों में उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है।
पुुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरोह की महिलाओं ने प्रदेश और देश में कितने जगहों पर बलात्कार की झूठी एफआईआर दर्ज करवाकर हनी ट्रेप किया। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। स्टेट और सेंट्रल क्राइम ब्यूरो से आंकड़े एकत्र किए जा रहे है। पुलिस इन महिलाओं को बारे में सम्बंधित अदालतों को भी जानकारी देगी।
करोड़ों के दस्तावेज मिले
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सरगना हेमराज की घर की तलाशी में पुलिस को करोड़ों रुपए की सम्पति के दस्तावेज मिले है। उसके घर से कई महिलाओं के शादी और सगाई से सम्बंधित इकरारनामें मिले है। इन दस्तावेजों का उपयोग वे किस कार्य के लिए कर रहे थे। इसका खुलासा पूछताछ में ही होगा। इनके मोबाइल में ट्रैक्टर समेत कई वाहनों, जमीनों, मादक पदार्थ, हथियारों के अवैध कारोबार के सबूत और करोड़ों की सम्पत्ति बनाने की जानकारी मिली है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरोह के सरगना हेमराज के खिलाफ कोटा, झालावाड़ और बारां में चौथवसूली, चोरी, हनी ट्रेप, धोखाधड़ी, आम्र्स एक्ट के 21 प्रकरण दर्ज है। इनमें अधिकांश प्रकरण अदालत में विचाराधीन है। कालू उर्फ कमल के खिलाफ 18 प्रकरण दर्ज है। लेखराज के खिलाफ आठ, रियाज पठान के खिलाफ सात, सोहेल खान ऊर्फ घसीट के खिलाफ तीन मुकदमें दर्ज है।
Published on:
30 Sept 2025 08:14 pm
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