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हर दूसरे दिन सड़क पर बुझ रहा एक चिराग, दस माह में 151 जिंदगियां खत्म

झालावाड़ में तीन माह में सड़क हादसों में 25 की मौत, इनमें ज्यादातर की उम्र 35 वर्ष

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  • तीन माह में 91 लोग हुए घायल

हरिसिंह गुर्जर

झालावाड़ राजस्थान सरकार की तमाम कोशिशों और जागरूकता अभियानों के बावजूद झालावाड़ जिले में सड़क हादसे मौत का कारण बनते जा रहे हैं। जनवरी से अक्टूबर 2025 तक के दस महीनों में जिले 327 हादसे हुए, जिनमें 151लोगों की मौत हुई। गत वर्ष की तुलना में हादसों में पचास फीसदी कमी आई है, लेकिन मौतों का आंकड़ा बहुत ज्यादा कम नहीं हुआ है। अभी इस साल के दो माह और बाकी है। जिले में हर दूसरे दिन एक हादसा हो रहा है, जिसमें एक मौत हो रही है, ऐसे में आंकड़ा गत वर्ष के बराबर सा ही माना जा सकता है। यह स्थिति साफ बताती है कि रफ्तार, लापरवाही और सड़कें लोगों की जान ले रही हैं।झालावाड़ जिले में पुलिस और परिवहन विभाग ने ऐसे 11 स्थानों को चिन्हित किया है, जिन्हें ‘ब्लैक स्पॉट’ माना गया है। यानी वे स्थान जहां बार-बार सड़क हादसे हो रहे हैं।
वहीं राज्य सरकार ने परिवहन विभाग का नाम बदलकर परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग तो कर दिया, लेकिन विभाग सड़क सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने में लगातार विफल रहा है। विभाग की ओर से सड़क सुरक्षा पर हर साल करीब 80 करोड़ रूपए खर्च हो रहे हैं। इसके बावजूद सड़क हादसों में हर साल बढ़ोतरी हो रही है। प्रदेशभर की बात करें तो 2024 में कुल 11892 लोगों ने हादसों में जान गंवाई, जिसमें से 6155 मृतक 35वर्ष सेकम उम्र के हैं। हर साल सड़क हादसों में होने वाली मौतों की संख्या में करीब 2500 तक बढ़ रही है। प्रदेश में 2020 से 2024तक कुल 54815 मौंतें हुई है,इनमें 28675 मृतक 35 वर्ष से कम उम्र के है। प्रदेशभर में इस साल गत वर्ष से 4 फीसदी मौतें अ​धिक हुई है।

प्रदेश में पांच साल में इतनों की हुई मौत

वर्ष मृतक
2020 9399
2021 10168
2022 11226
2023 12130
2024 11892
कुल 54815

जिले में ये ब्लैक स्पॉट

स्थान मृतक व घायल

  • अकलेरा थाने में टुकडिया गांव के पास, मनोहरथाना रोड 2 1
  • अकलेरा बारां रोड 3 0
  • कटफला के पास 4 3
  • खुशाली मेडिकल स्टोर के पास, अकतासा 2 1
  • भालता थाने क्षेत्र के सांगोदिया 2 1-भालता थाना क्षेत्र के कैलाश मीणा के सामने नेशनल हाइवे 2 0
  • झालावाड़ रोड, गोपालपुरा 2 3-गोशाला, गंगधार तहसील एसएस 19 2 0
  • बंजारी गांव के पास एनएच52 2 0
  • बंजारी गांव केकट के पास 52 2 1
  • शराब गोदाम के पास श्योपुर 2 1
  • झालावाड​़ जिले में पांच साल में हुए हादसे व मौतें वर्ष हादसे मृत्यु घायल
  • 2021 407 156 5422022 472 178 5552023 449 177 5092024 465 205 5712025 327 151 346

पत्रिका व्यू
तकनीक और सतर्कता ही बनेगी समाधान-
सड़क हादसे अब आंकड़े नहीं, रोजमर्रा की त्रासदी बन चुके हैं। झालावाड़ जिले में हर दूसरे दिन एक जान का जाना सिर्फ लापरवाही नहीं, सिस्टम की असफलता भी दर्शाता है। हादसों में कमी और मौतों में बढ़ोतरी इस बात का संकेत है कि सतही उपाय नाकाफी हैं। ब्लैक स्पॉट जस के तस हैं, सड़कों की हालत खराब है और निगरानी कमजोर। तकनीकी समाधान जैसे स्पीड गवर्नर, अल्ट्राविज सिस्टम और एआई आधारित निगरानी अब ज़रूरत बन गई है। सरकार की तकनीकी पहलें सराहनीय हैं, लेकिन इन्हें आधे-अधूरे नहीं, पूरी शक्ति से लागू करना होगा। अब वक्त है कागज़ी कार्रवाइयों से आगे बढ़ने का, वरना हर दूसरे दिन की एक मौत, कल किसी अपने की हो सकती है।

जिले में ये है हादसों की वजह


  1. रोड पर वाहनों का ओवर स्पीड से संचालन




  2. गलत दिशा से वाहन चलाने के कारण




  3. सड़क निर्माण (रोड इंजीनियरिंग) में कमी के कारण




  4. सड़कों पर बारिश के कारण गढ्ढों का होना




  5. वाहन चालको के द्वारा लगातार वाहन चलाने से थकावट के कारण




  6. भारी वाहन (ट्रक/ वाणिज्यिक वाहन) द्वारा ओवरलोड के कारण




  7. सड़क पर अचानक से जानवर आ जाने के कारण





  8. शराब पीकर वाहन चलाने के कारण




  9. नाबालिक बालकों द्वारा तेज गति से वाहन चालना




  10. लिंक सड़क से मुख्य सड़क पर तेज गति से आने के कारण




  11. दुपहिया वालों से होने वाली सड़क दुर्घटनाएं
    अ. दुपहिया से दुपहिया वाहन
    ब. दुपहिया वाहन की बड़े वाहनों से टक्कर
    स. दुपहिया वाहन को बचाने के चक्कर में बड़े वाहन का संतुलन खो जाने के कारण टक्कर




  12. सीट बेल्ट एवं हेलमेट नहीं लगाने के कारण




  13. नए वाहन तथा युवा वाहन चालक (18 से 35 वर्ष) के द्वारा दुर्घटना




  14. सड़कों के मोड पर कंटीली झाड़ियां होना

जिले में पिछले चार माह की तुलना गत वर्ष से करें तो हादसों व मृतकों की संख्या में 35 फीसदी की कमी आई है। जिले में पुलिस विभाग व परिवहन ने डि्रंक एवं ड्राइव के ​खिलाफ चालान बनाना शुरू कर दिया है। जहां भी रोड की वजह से एक्सीडेंट होने की संभावना थी, वहां रोड को सही करवाया गया है।

समीर जैन जिला परिवहन अ​धिकारी, झालावाड़।