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Doctors Success Story: स्कूल भवन गिरने से दबकर मर गए थे इकलौते बच्चे, नसबंदी के कई साल बाद डॉक्टर्स ने जगाई मां बनने की उम्मीद…

Doctors Success Story: बेहद जटिल इस रिवर्स ऑपरेशन के सफल होने के बाद अब दोनों महिलाओं के घर में जल्द ही किलकारी गूंजने की उम्मीद जगी है। हादसा झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में हुआ था।

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स्कूल हादसे के बाद बिलखते परिजन, सीएम, पूर्व सीएम और शिक्षा मंत्री के आए बयान, फोटो - पत्रिका

Piplodi School Accident News: राजस्थान में कुछ महीने पहले झालावाड़ जिले में स्कूल का भवन गिरने से कई बच्चों की जान चली गई थी। इसके बाद हुआ बवाल काफी प्रयासों के बाद जाकर थमा। सरकार ने कई कार्मिकों के खिलाफ एक्शन लिया और उसके बाद पूरे प्रदेश में ही सरकारी स्कूल के भवनों के लिए नई एसओपी लागू कर दी गई। लेकिन इस बीच बात उन दो माताओं की जिन्होंने इस हादसे में अपनी इकलौती संतानों को खोया था। बच्चों के जन्म के बाद दोनों महिलाओं ने नसबंदी कराई थी, लेकिन अब फिर से मां बनने का सपना देखा। तो डॉक्टर्स ने नसबंदी का रिवर्स ऑपरेशन कर दिया। बेहद जटिल इस रिवर्स ऑपरेशन के सफल होने के बाद अब दोनों महिलाओं के घर में जल्द ही किलकारी गूंजने की उम्मीद जगी है। हादसा झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में हुआ था।

राजूबाई और विनती देवी ने खो दिए थे अपने बच्चे

पिललौदी गांव में हुए इस हादसे में करीब सात से ज्यादा बच्चों की जान चली गई थी। इस दौरान गांव में ही रहने वाली राजूबाई और विनती देवी ने भी अपने जिगर के टुकड़ों को खो दिया था। दोनों के इकलौते बच्चों की मौत के बाद परिवार में मातम पसर गया था। इस बीच जब दोनों महिलाओं ने फिर से मां बनने की इच्छा जताई जो कि नामुमकीन थी। दरअसल दोनों ने अपने बच्चों के जन्म के बाद नसबंदी का ऑपरेशन करा लिया था। बच्चे के जाने के बाद मातृत्व का सपना जैसे हमेशा के लिए समाप्त हो गया था।

एक महिला ने सोलह साल पहले और दूसरी ने छह साल पहले कराई थी नसबंदी

राजू भाई ने करीब सोलह साल पहले नसबंदी करा ली थी और दूसरी महिला विनती देवी ने भी करीब छह साल पहले परिवार नियोजन का ऑपरेशन करा लिया था। दोनों महिलाओं ने झालावाड़ जिला अस्पताल के डॉक्टर्स से संपर्क किया और अपनी व्यथा के बारे मे बातचीत की। पहले तो डॉक्टर्स ने इस ऑपरेशन में काफी रिस्क बताई। लेकिन जब गंभीरता से जांच की गई तो डॉक्टर्स ने भी अपना इरादा बदला।

डॉक्टरों ने की दुर्लभ रिवर्स सर्जरी, अब दोनों माताएं स्वस्थ

जिला अस्पताल के डॉक्टर्स मनोत और राशिद ने इस जटिल ऑपरेशन को करने का जिम्मा उठाया। दोनों महिलाओं के तमाम जरूरी टेस्ट कराए और कई घंटे अपनी देखरेख में रखा। सब कुछ सही होने पर दोनों महिलाओं की रिवर्स सर्जरी की गई और उसके बाद दोनों महिलाओं का ऑपरेशन सफल हो सका। अब परिवार में जल्द ही किलकारी गूंजने की आस जग चुकी है। चिकित्सकीय रूप से अब उनके फिर से गर्भधारण करने की संभावना है। दोनों माताएं इस क्षण के बाद भावुक हैं। दोनों का कहना है कि भगवान ने फिर से मां बनने का मौका दिया है, डॉक्टर्स ने इसे सफल कर दिया है। अब घर में फिर से हंसी लौटेगी।