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साथ देने का वादा किया तो निभा रहा… दरकते रिश्तों के बीच प्रेम की सच्ची कहानी कर देगी इमोशनल

Karwa Chauth Special: 'जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा…' फिल्म ताज महल का ये गाना आज झाबुआ के पति-पत्नी के जीवन पर सटीक बैठता है।

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Karwa Chauth Special

Karwa Chauth Special (फोटो सोर्स : AI जेनरेटेड)

Karwa Chauth Special: 'जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा…' फिल्म ताज महल का ये गाना आज झाबुआ के पति-पत्नी के जीवन पर सटीक बैठता है। आज के दौर में जहां छोटी-छोटी बात पर रिश्ते तिनके की तरह बिखर रहे हैं। विश्वास की डोर टूट रही है। वैसे समय में झाबुआ के अनिल चौरड़िसर ने अपने त्याग और समर्पण से पति-पत्नी के रिश्ते को नई परिभाषा दी है। शादी के समय किए अपने वादे को अनिल प्रेम, धैर्य और पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं। इस करवा चौथ पर पढ़िए दरकते रिश्तों के बीच प्रेम की सच्ची कहानी…।

प्रेम, धैर्य और निष्ठा से करते हैं पत्नी की सेवा

झाबुआ जिले के लक्ष्मीबाई मार्ग निवासी अनिल ने जीवनसाथी के अर्थ को अपने कर्मों से साकार किया है। एक सडक़ हादसे में उनकी पत्नी शोभना पिछले करीब 10 साल से बिस्तर पर हैं। वे न तो बोल सकती हैं, न चल सकती हैं। आहार भी नली से देते हैं। अनिल हर दिन उनकी सेवा उसी प्रेम, धैर्य और निष्ठा से करते हैं, जैसे पहले करते थे। अनिल कहते हैं, मैं विवाह के समय दिए वचन का पालन कर रहा हूं, साथ देने का वादा किया था, वही निभा रहा हूं।

सुबह से रात की दिनचर्या

अनिल चौरड़िया लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से सेवानिवृत्त हैं, प्रतिदिन सुबह 6 बजे अपनी पत्नी की देखभाल शुरू करते हैं। वे उन्हें उठाकर नली के जरिए पानी और चाय देते हैं, फिर दूध, भोजन और दवाइयों का समय निश्चित है। दोपहर तक वे पत्नी को कुर्सी पर बैठाकर रखते हैं, ताकि शरीर में जकड़न न हो। शाम को भोजन के बाद रात 8 बजे तक उनकी देखभाल में ही व्यस्त रहते हैं। अनिल कहते हैं, अब यही मेरी दिनचर्या है, मेरा जीवन है। उनके बिना दिन अधूरा लगता है।