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पटाखों की खरीद पर भी वीडियो-रील्स का असर, 162 अस्थायी दुकानों पर आतिशबाजी की बिक्री

स्वर्णनगरी के डेडानसर मैदान में इस बार भी नगरपरिषद की तरफ से आतिशबाजी की अस्थायी दुकानें स्थापित करवाई गई है।

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स्वर्णनगरी के डेडानसर मैदान में इस बार भी नगरपरिषद की तरफ से आतिशबाजी की अस्थायी दुकानें स्थापित करवाई गई है। पटाखों की अनेक प्रकार की किस्में यहां बिक्री के लिए उपलब्ध करवाई जा रही है। इस बार 162 अस्थायी दुकानों पर आतिशबाजी बेची जा रही है। दिवाली के दिन यहां अधिकांश लोग खरीदारी करने पहुंचेंगे। आतिशबाजी की खरीदारी में भी लोगों की पसंद पर सोशल मीडिया का असर साफ दिखाई दे रहा है। दिवाली पर पटाखे छोड़ते समय बनाए जाने वाले वीडियो और रील्स में प्रभावी ढंग से उभरने वाले आइटम्स की मांग ज्यादा है। इनमें फूलझड़ी, अनार, चकरी, स्काई शॉट्स शामिल हैं। ये वे पटाखे हैं, जिनसे रंग-बिरंगी रोशनियां ज्यादा देर तक नजर आती हैं।

भावों पर विशेष अंतर नहीं

डेडानसर मैदान में दुकान लगाने वाले मनीष गज्जा ने बताया कि आतिशबाजी के भावों में विशेष बदलाव नहीं आया है। उन्होंने बताया कि लोगों का रुझान अच्छा है। इसमें दिवाली को और तेजी आएगी। वैसे बच्चों से लेकर युवाओं के अलावा महिला वर्ग में भी पटाखे छोडऩे का अच्छा खासा क्रेज बना हुआ है। गली-मोहल्लों में पटाखों की गूंज शनिवार को सुनाई देती रही। पटाखों की खरीद करने पहुंचे रूपचंद ने बताया कि बच्चों के लिए उन्होंने पॉप्स खरीदे हैं तो फूलझड़ी, अनार व चकरी के साथ धमाकेदार आवाज के लिए देशी सुतली बम भी। गौरतलब है कि जैसलमेर में विगत कई वर्षों से एकमात्र डेडानसर मैदान में ही आतिशबाजी की दुकानें लगाने के लिए प्रशासन की तरफ से मंजूरी दी जाती है। निर्धारित शुल्क लेकर नगरपरिषद की ओर से दुकानों का आवंटन किया जाता है।