फोटो: पत्रिका
Saloni Gupta Of Jaipur: हमारे घर में खेलों का माहौल था और मैं भी बचपन से ही प्लेयर बनना चाहती थी और जब मैं पहली बार अपने पापा के साथ एसएमएस स्टेडियम गई तो लगा कि यह वह स्थान है जहां मैं अपने सपनों को साकार कर सकती हूं।
मैंने बैडमिंटन के शुरुआती गुर अपने पिता नेशनल प्लेयर अतुल गुप्ता से सीखे। उसके बाद एसएमएस स्टेडियम में एनआइएस कोच स्वतंत्र वर्मा और यादवेंद्र सिंह सर, मनोज दासोत सर से भी कोचिंग ली। मैंने राजस्थान को नेशनल टूर्नामेंट में रिप्रजेंट किया।
वहीं दूसरी ओर मैंने अपनी एजुकेशन पर भी फोकस रखा। जयपुर में अपनी पढ़ाई के बाद मैंने आगे की पढ़ाई के लिए मैंने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज में दाखिला लिया। वहां भी मैंने कॉलेज टीम की कप्तानी की। आगे की एजुकेशन के लिए मैं विदेश गई और स्पोर्ट्स को ही अपना कॅरियर चुना और अभी वर्ल्ड स्पोर्ट्स को कवर कर रही हूं। गुलाबीनगर की सलोनी गुप्ता नेे स्विट्जरलैंड से पत्रिका से बात करते हुए यह कहा।
वर्तमान में सलोनी स्विट्जरलैंड में वर्ल्ड एक्वेटिक ओलंपिक गेम्स की इंटीग्रिटी टीम में सदस्य के रूप में कार्यरत हैं। हाल ही सिंगापुर में संपन्न हुई वर्ल्ड एक्वेटिक्स में इंटीग्रिटी यूनिट का प्रतिनिधित्व किया जहां पर खेलों में होने वाले मेल फंक्शनिंग तथा डोपिंग की जांच की।
उन्होंने यूथ ओलंपिक गेम्स स्विट्जरलैंड 2020, ईवास वर्ल्ड गेम्स 2022 पुर्तगाल, पैरा स्विमिंग वर्ल्ड सीरीज 2023 मैक्सिको तथा एशियन गेम्स चाइना 2023 के अलावा सिटी वर्ल्ड पर स्विमिंग सीरीज अमरीका, इटली, फ्रांस, जर्मनी, फिनलैंड में हेड क्लासीफायर के रूप में प्रतिनिधित्व किया। सलोनी ने मिस्र, काहिरा में आयोजित वर्ल्ड पैरा कोडिंग कांफ्रेंस में भी इंटरनेशनल पैरा ओलंपिक कमेटी की सदस्य के रूप में भाग लिया तथा पेरिस पैरालंपिक में भी विशेष आमंत्रित सदस्य रहीं।
सलोनी ने सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। खेल और पढ़ाई के साथ-साथ सलोनी ने टीच फॉर इंडिया संस्था से जुड़कर स्लम एरिया के बच्चों को खेलों के प्रति जागरूक करने का कार्य किया और उनकी टीमें बनाकर लोकल टूर्नामेंट्स में उतारा।
इसके बाद वर्ल्ड के सबसे प्रमुख स्पोर्ट्स कॉलेज इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ़ स्पोर्ट्स साइंस एंड टेक्नोलॉजी में दाखिला लेकर वहां से एमबीए किया। यह कॉलेज इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी की ओर से लुसाने, स्विट्जरलैंड में संचालित है और यह दुनिया का सबसे प्रमुख खेल कॉलेज में माना जाता है।
यहां से सलोनी ने इंटरनेशनल पैरा ओलंपिक कमेटी में क्लासीफाइड कोऑर्डिनेटर के रूप में कार्य शुरू किया तथा विभिन्न प्रतियोगिताएं एशियन गेम्स आदि में क्लासीफाइड कोऑर्डिनेटर के रूप में तैराकी में लगभग 5000 के खिलाड़ियों का क्लासिफिकेशन देखा।
Updated on:
23 Oct 2025 10:09 am
Published on:
23 Oct 2025 10:06 am
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